नई दिल्ली: पाकिस्तान से जुड़े आतंकी संगठन फलाह-ए-इंसानियत फाउंडेशन (एफआईएफ) से भारत में रुपये की फंडिंग को लेकर एनआईए की जांच में बड़ा खुलासा हुआ है. राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को टेरर फंडिंग के मामले में गिरफ्तार मोहम्मद सलमान से पूछताछ में पता चला है कि हरियाणा और राजस्थान के कुछ मदरसों के लिए पाकिस्तान से पैसे आए थे. पूछताछ में सलमान ने बताया कि वह हरियाणा के पलवल के उठावर गांव में एक मस्जिद बनवा रहा था. इसके लिए एफआईएफ ने फंडिंग की.


एनआईए के प्रवक्ता ने कहा, ''मोहम्मद सलमान को दुबई में रह रहे पाकिस्तानी नागरिक कामरान से 70 लाख रुपये मिले थे. कामरान संभवत: लश्कर ए तैयबा के लिए काम करता था. आतंकी गतिविधियों को अंजाम पहुंचाने के लिए फंडिंग की गई थी.''

सलमान ने बताया कि आतंकी संगठनों से आए पैसे को दिल्ली, राजस्थान, हरियाणा, गुजरात और जम्मू-कश्मीर भी भेजा गया. साथ ही कुछ इस्लामिक इंस्टीट्यूट को भी दिए गए. इस खुलासे के बाद एनआईए ने सलमान की हिरासत बढ़वा ली है. एफआईएफ का संबंध हाफिज सईद के आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से है. हाफिज सईद 2008 मुंबई आतंकी हमलों का मास्टरमाइंड है.

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टेरर फंडिंग के मामले में एनआईए दिल्ली, जम्मू-कश्मीर में लगातार छापेमारी कर रही है. एनआईए के अनुसार, विदेशों में एफआईएफ सदस्यों से दिल्ली में कई लोगों ने राशि प्राप्त की और इस राशि का उपयोग आतंकी गतिविधि के लिए किया गया. हाल ही में एनआईए ने मोहम्मद सलमान (52), मोहम्मद सलीम (62), श्रीनगर के सज्जाद अब्दुल वानी (34) को गिरफ्तार किया है.