रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद लद्दाख में आतंकवाद कम हुआ है. उन्होंने कहा कि भारतीय सेना, अर्धसैनिक बल और स्थानीय पुलिस में इस तरह का कॉर्डिनेशन है कि आतंकवाद को नाकों चने चबाना पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि जब से लद्दाख संघ शासित प्रदेश बना है यहां आतंकवाद को पनपने से रोक दिया गया है. राजनाथ सिंह ने कहा कि बहुत से लोग पहले पीएम नरेंद्र मोदी की मंशा पर संदेह कर रहे थे. वे लोग कह रहे थे कि जम्मू-कश्मीर और लद्दाख को अलग करने में पीएम का निहित स्वार्थ है लेकिन यह शंका निर्मूल साबित हुई है. आज हर कोई देख रहा है दोनों प्रदेशों का विकास तेजी से हो रहा है.


दोनों राज्यों में जल्द राजनीतिक प्रक्रिया बहाल होगी
राजनाथ सिंह ने लोगों को आश्वासन दिया है कि केंद्र सरकार जम्मू-कश्मीर और लद्दाख दोनों प्रदेशों में जल्द ही राजनीतिक प्रक्रिया को बहाल करने के लिए कृतसंकल्प है. उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर और लद्दाख को केंद्र शासित प्रदेश बनाए जाने के बाद कई लोगों ने पीएम की राजनीतिक मंशा पर संदेह जताया लेकिन यह शंकाएं आज धाराशायी हो गई हैं. पीएम चाहते हैं कि दोनों प्रदेशों में राजनीतिक प्रक्रिया जल्द शुरू हो. उन्होंने कहा कि पीएम ने जम्मू-कश्मीर के राजनीतिक नेताओं से बात की और आगे भी नेताओं से बात करते रहेंगे.  उन्होंने कहा कि लद्दाख के नेताओं से भी पीएम जल्द बातचीत करेंगे. 


आतंकी सरेंडर करना चाहते हैं
राजनाथ सिंह ने सेना की तारीफ करते हुए कहा, हमारी सेना अति संवेदनशील है. सेना की पराक्रम का नतीजा है कि आज आतंकी सरेंडर करने लगे हैं. वह भी समाज की मुख्यधारा में शामिल होना चाहते हैं. राजनाथ ने कहा है कि जो आतंकी ऐसा करेंगे, उन्हें उचित अवसर दिया जाएगा. 


ये भी पढ़ें-


Heart Attack: क्या आप को भी है दिल का दौरा पड़ने का खतरा? जानें कैसे कर सकते हैं बचाव


भारत में कोविड के चार और वेरिएंट्स लोगों के लिए बन सकते हैं खतरा, एक्सपर्ट्स ने जताई चिंता