आतंकवाद, कोरोना वैक्सीन, आत्मनिर्भर भारत... जानिए ब्रिक्स सम्मेलन में क्या-क्या बोले पीएम मोदी
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की अध्यक्षता में आयोजित ब्रिक्स सम्मेलन में हिस्सा लेते हुए पीएम मोदी ने कहा, ''आतंकवाद आज विश्व के सामने सबसे बड़ी समस्या है. पीएम ने कहा- हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि आतंकवादियों को समर्थन और सहायता देने वाले देशों को भी दोषी ठहराया जाए, और इस समस्या का संगठित तरीके से मुकाबला किया जाए.''
कोविड-19 महामारी के बीच आर्थिक रिकवरी पर फोकस करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को ब्रिक्स (ब्राजील-रूस-भारत-दक्षिण अफ्रीका) देशों के 12वें सम्मेलन को वर्चुअली संबोधित किया. इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि ऐसे देश जो आतंकवादियों का समर्थन और उनकी मदद करते हैं उन्हें दोषी ठहराए जाने की जरूरत है.
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की अध्यक्षता में आयोजित ब्रिक्स सम्मेलन में हिस्सा लेते हुए पीएम मोदी ने कहा, ''आतंकवाद आज विश्व के सामने सबसे बड़ी समस्या है. हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि आतंकवादियों को समर्थन और सहायता देने वाले देशों को भी दोषी ठहराया जाए, और इस समस्या का संगठित तरीके से मुकाबला किया जाए.'' हमारी वैक्सीन उत्पादन और डिलीवरी क्षमता भी इस तरह मानवता के हित में काम आएगी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ''हमने ‘आत्मनिर्भर भारत’ अभियान के तहत एक व्यापक सुधार प्रक्रिया शुरू किया है। यह अभियान इस विश्वास पर आधारित है कि एक आत्मनिर्भर और लचीला भारत कोरोना के बाद वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए फोर्स मल्टी प्लायर हो सकता है और ग्लोबल वैल्यू चैन में एक मजबूत योगदान दे सकता है."
प्रधानमंत्री ने कहा, ''2021 में ब्रिक्स के 15 वर्ष पूरे हो जाएंगे. पिछले सालों में हमारे बीच लिए गए विभिन्न निर्णयों का मूल्यांकन करने के लिए हमारे शेरपा एक रिपोर्ट बना सकते हैं. 2021 में अपनी अध्यक्षता के दौरान हम ब्रिक्स के तीनों स्तंभों में इंट्रा ब्रिक्स सहयोग को मजबूत करने का प्रयत्न करेंगे.''
पीएम मोदी ने आगे कहा, ''इसका उदहारण हमने कोरोना के दौरान भी देखा, जब भारतीय फार्मा उद्योग की क्षमता के कारण हम 150 से अधिक देशों को आवश्यक दवाइयां भेज पाए. हमारी वैक्सीन उत्पादन और डिलीवरी क्षमता भी इस तरह मानवता के हित में काम आएगी.''