जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में CRPF चेकपोस्ट पर आतंकी हमला, एक जवान शहीद, एक घायल
पुलवामा जिले के काकापोरा इलाके में एक आतंकी हमला हुआ है. इस आतंकी हमले में एक पुलिसकर्मियों के शहीद और एक के घायल होने की खबर मिल रही है. यह आतंकी हमला केंद्रीय रेलवे पुलिस बल की चेकपोस्ट पर हुआ है.
पुलवामा जिले के काकापोरा इलाके में एक रेलवे चेकपोस्ट पर आतंकी हमला हुआ है. इस आतंकी हमले में एक पुलिसकर्मियों के शहीद होने और एक के घायल होने की जानकारी सामने आ रही है. यह आतंकी हमला केंद्रीय रेलवे पुलिस बल की चेकपोस्ट पर हुआ है.
मिली जानकारी के अनुसार यह हमला तब हुआ जब रेलवे स्टेशन के बाहर दोनों जवान चाय पी रहे थे तभी आतंकियों ने उनपर घात लगाकर हमला कर दिया. जिसमें से एक पुलिसकर्मी हवलदार सुरिंदर सिंह की मौके पर ही मौत हो गई और दूसरे जवान सी देव राज को काकापोरा अस्पताल ले जाया गया है. जहां उनका इलाज चल रहा है. जहां से उसे एसएमएचएस अस्पताल श्रीनगर रेफर कर दिया गया है.
Jammu & Kashmir | Two Railway Police officials of Railway Police injured in a militant attack in the Kakapora area of South Kashmir’s Pulwama district: Police
— ANI (@ANI) April 18, 2022
आपको बता दें कि बीते दिनों में कश्मीर का पुलवामा और बारामुला जिला आतंकियों की गतिविधि का मुख्य केंद्र बना हुआ है. बीते दिनों जम्मू कश्मीर के अनंतनाग में सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच हुई मुठभेड़ में सेना के एक जवान की गोली लगने से शहीद होने की खबर सामने आई थी.
शोपियां जिले में भी शहीद हुए थे दो जवान
बता दें कि इससे पहले 14 अप्रैल को जम्मू कश्मीर (Jammu-kashmir) के शोपियां (Shopian) जिले में आतंकवादियों और सुरक्षाबलों के बीच हुई मुठभेड़ में 4 आतंकियो को ढेर कर दिया गया है. मिली जानकारी के अनुसार शोपियां के बड़गाम के जैनपुरा इलाके में कुछ आतंकियों के छिपे होने की सूचना मिली थी. इसी जानकारी के बाद सुरक्षाबलों ने घेराबंदी और तलाशी अभियान चलाया. हालांकि इसी मुठभेड़ से जुडे़ एक अन्य हादसे में सेना के दो जवान शहीद हो गये थे तो वहीं दो अन्य जवानों के घायल होने की जानकारी सामने आई.
बारामुला में एक सरपंच को मारी गई थी गोली
इस घटना से भी पहले कश्मीर के बारामुला में ही आतंकियों ने कथित रूप से एक बीजेपी समर्थक सरपंच मंजूर अहमद बांगरू की गोली मारकर हत्या कर दी थी. उस आतंकी ने सरपंच को गोली तब मारी थी जब वह अपने सेब के बागान में काम कर रहे थे.हालांकि बाद में एक पुलिस अधिकारी ने मंजूर के किसी राजनीतिक दल के समर्थक होने की बात को आधिकारिक रुप से इंकार कर दिया.