Terrorist Naushad And Jagga: दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके से बीते दिनों गिरफ्तार किए गए संदिग्ध आतंकी नौशाद और जगजीत सिंह (जग्गा) से लगातार पूछताछ की जा रही है. जैसे-जैसे पूछताछ का सिलसिला बढ़ रहा है वैसे-वैसे इन दोनों को लेकर कई गंभीर खुलासे हो रहे हैं. इस बार संदिग्ध आतंकी नौशाद से पूछताछ में भी इसी तरह के खुलासे हुए हैं. साल 2018 के बाद से ही उसने पाकिस्तानी आतंकी सुहैल के इशारे पर काम करना शुरू कर दिया था. 


हत्या के आरोप में बंद नौशाद 25 साल के बाद 2018 में जेल से रिहा हुआ था. इसके बाद उसने लगातार आतंकियों से मिलना शुरू कर दिया था. यहां तक की वह रिहा होने के बाद 2019 में दो बार नेपाल भी गया था. ताकि वो नेपाल से पाकिस्तान जाने का रास्ता तलाश सके लेकिन जिस नेपाली अधिकारी के जरिए वो अपना नेपाली पासपोर्ट बनवा रहा था वो रिश्वतखोरी के आरोप में गिरफ्तार हो गया. इसी कारण से नौशाद भी पाकिस्तान भागने में कामयाब नहीं हो पाया.


27 साल अलग-अलग जेलों में बंद रहा नौशाद


संदिग्ध नौशाद तकरीबन 27 साल भारत की अलग-अलग जेलों में बंद रहा है और उस दौरान उसकी मुलाकात पाकिस्तानी आतंकी संगठनों के आतंकियों से होती रही. नौशाद फिर इन आतंकी संगठनों के लिए काम करने लगा. नौशाद और जगजीत दोनों ही भारत में टेरर-गैंगस्टर नेटवर्क को खड़ा करने की फिराक में लगे हुए थे. 


पहले भी हो चुके हैं दोनों को लेकर बड़े खुलासे



  • इससे पहले भी पूछताछ के दौरान दोनों ने कई बड़े खुलासे किए हैं. इन दोनों ने हत्या का 37 सेकेंड का वीडियो पाकिस्तान में लश्कर-ए-तैयबा (Lashkar-e-Taiba) से जुड़े सोहैल को भेजा था. 

  • नौशाद की मुलाकात जेल में लाल किले पर हमले के आरोपी आरिफ मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के एक आतंकी सोहैल से हुई थी. 

  • आतंकी जगजीत सिंह उर्फ जग्गा को खालिस्तानी गतिविधियों को बढ़ाने के लिए कहा गया था. इसके लिए नौशाद को उसके अकाउंट में 2 लाख रुपए भेजे गए थे.

  • जगजीत विदेश में बैठे खालिस्तानी आतंकी अर्शदीप डल्ला से जुड़ा था जो खालिस्तान टाइगर फोर्स का आतंकी और पंजाब का गैंगस्टर है. 

  • आरोपी नौशाद और जगजीत ने एक घर में हत्याकांड को अंजाम दिया था और इसका वीडियो पाकिस्तान में अपने हैंडलर को भेजा था.


13 जनवरी को हुई थी गिरफ्तारी 


दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने आतंकी संगठनों से संबंध होने के संदेह में शुक्रवार (13 जनवरी) को भलस्वा डेयरी क्षेत्र से इन दोनों को गिरफ्तार किया था. आतंकवाद विरोधी कानून यूएपीए (गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम) के तहत इन दोनों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. 


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