जम्मू: कश्मीर घाटी में अपनी अंतिम सांसें गिन रहे आतंकी संगठन अब जम्मू में पैर पसारने की कोशिश में लगे है. पाकिस्तान के इशारे पर यह आतंकी संगठन जम्मू के ज़िलों में न सिर्फ आतंकी वारदातों को आजम दे रहे है बल्कि हथियार लूटने और धर्म और जाति के नाम पर हिंसा करवाने की भी फ़िराक में है.
-तारीख: 1 नवम्बर 2018. घटना: जम्मू के किश्तवाड़ ज़िले में बीजेपी नेता अनिल परिहार और उनके भाई अजित परिहार की हत्या.
-तारीख़: 9 अप्रैल 2019. घटना: आरएसएस के नेता चंद्रकांत शर्मा और उनके सुरक्षा गार्ड राजिंदर कुमार की हत्या.
-तारीख: 9 मार्च 2019. घटना: किश्तवाड़ के डिप्टी कमिश्नर की सुरक्षा में तैनात गार्ड से ऐके 47 छीनी गयी.
-तारीख 13 सितम्बर 2019. घटना: किश्तवाड़ के पीडीपी नेता की सुरक्षा में तैनात गार्ड से ऐके 47 छीनी गयी.
जम्मू पुलिस की माने तो किश्तवाड़ में हुई इन सभी घटनाओं के पीछे आतंकी संगठन हिज़्बुल मुजाहिदीन का हाथ था, जो साल 2017-18 से किश्तवाड़, डोडा और रामबन में हालात खराब करने की साजिश रच रहा था. पुलिस की माने तो आतंकी इन घटनाओ को आजम देकर न केवल हथियारों की कमी को पूरा करने की कोशिश में जुटे थे बल्कि बीजेपी और आरएसएस के नेताओ को निशाना बना कर इलाके में जाति और धर्म के नाम पर हिंसा भी फेहलाने की फ़िराक में थे.
पुलिस के मुताबिक़ आतंकी संगठन हिज़्बुल मुजाहिदीन के आतंकियों - मोहम्मद अमीन, ओसामा, निसार अहमद समेत कुछ और आतंकियों ने जम्मू के डोडा, किश्तवाड़ और रामबन में अपनी संस्था को सक्रिय करने का प्लान बनाया. हिज़्बुल मुजाहिदीन के इन आतंकियों ने इलाके में ओवर ग्राउंड वर्कर के नेटवर्क को भी बढ़ाया था और साथ में ही निषाद अहमद और आज़ाद हुसैन के घर में हथियार छपाने के ठिकाने भी बनाये थे. पुलिस के मुताबिक़ इलाक़े में दहशत फहलाने के मक़सद से हिज़्बुल के आतंकियों ने बीजेपी नेताओ को निशाना बनाया. हिज़्बुल मुजाहिदीन इस फ़िराक़ में भी था कि इन इलाक़ों में धर्म के नाम पर फ़साद करवाए जाए.
अपने संगठन को मज़बूत करने के लिए हिज़्बुल मुजाहिदीन ने कश्मीर में सक्रिय अपने आतंकी मोईन-उल-इस्लाम को भी किश्तवाड़ भेजा और उसे वहां के स्थानीय आतंकियों से मिल कर न सिर्फ चंद्रकांत शर्मा और उनके सुरक्षा गार्ड की हत्या की बल्कि पीडीपी नेता की सुरक्षा में तैनात गार्ड से ऐके 47 छीनी. एबीपी न्यूज़ से एक्सक्लूसिव बातचीत में जम्मू के आई.जी.पी मुकेश सिंह ने बताया कि किश्तवाड़ में अपने आतंकियों को हथियार मुहैया करवाने के लिए हिज़्बुल मुजाहिदीन ने इलाके में हथियार छीनने की कई घटनाओ को अंजाम दिया.
इसके साथ ही उन्होंने बताया कि किश्तवाड़ में अमन शांति को भग करने के लिए हिज़्बुल मुजाहिदीन वहां सक्रिय बीजेपी और आरएसएस के नेताओं को निशाना बनाया ताकि इलाके में धर्म और जाति के नाम पर हिंसा हो. पुलिस ने किश्तवाड़ में हिज़्बुल मुजाहिदीन के तीन आतंकियों निसार अहमद शेख, निषाद अहमद और आज़ाद हुसैन को गिरफ्तार किया है. पुलिस का दावा है कि अभी पुलिस इलाके में सक्रिय हिज़्बुल के 6 आतंकियों की तलाश कर रही है.