महिलाओं को बंदूक टांगना सिखा रहा है हिजबुल का टॉप कमांडर
हाथ में एके 47 लिए आतंकी महिलाओं का एक वीडियो सामने आया है. जिसके मुताबिक ये महिला AK-47 को कंधे पर टांगना नहीं जानती और इसे ऐसा करना सिखाया जा रहा है. ABP न्यूज को जानकारी मिली है कि इस वीडियो में महिलाओं को बंदूक टांगना सिखा रहा शख्स अल्ताफ डार उर्फ कचरू है. जो हिजबुल मुजाहिद्दीन का टॉप कमांडर है. जो सेना की हिटलिस्ट में है.
महिलाओं को अपने साथ जोड़ना चाहता है हिजबुल
ABP न्यूज संवाददाता नीरज राजपूत की इस एक्सक्लूसिव रिपोर्ट के मुताबिक, सेना की आक्रामकता से आतंकियों के होश उड़ गए हैं. सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने एबीपी न्यूज को बताया है कि हिजबुल मुजाहिद्दीन का मकसद महिलाओं को अपने साथ जोड़ना है.
अब सवाल ये है कि आतंकवादियों को महिलाओं की जरूरत क्यों पड़ी है ? क्या ये घाटी में आतंक का खेल खत्म होने का सबूत है ? या फिर देश के खिलाफ आतंक की ये कोई नई साजिश है
आतंक फैलाने के लिए महिलाओं का इस्तेमाल कर रहे हैं आतंकी संगठन
आतंकी संगठन घाटी में आतंक फैलाने के लिए आतंकवादी महिलाओं का इस्तेमाल कर रहे हैं. हाल ही में जम्मू कश्मीर में मारे गए आतंकी यावर निसार का जनाजा निकाला गया. यावर ने दस दिन पहले ही आतंक की राह पकड़ी थी. लेकिन उसे सुरक्षा बलों ने ढेर कर दिया. आतंक की रणनीति के तहत इस जनाजे में भी खूब हंगामा हुआ, जिसका जिम्मा नौजवानों के साथ-साथ महिलाओं के कंधों पर भी था. इतना ही नहीं इससे पहले ऐसी भी घटनाएं सामने आई हैं, जिसमें महिलाएं जवानों से उलझती हैं.
दुनिया में भारत को बदनाम करने की कोशिश
दरअसल क्योंकि यहां महिलाओं को जवानों से इसलिए भिड़ा दिया गया ताकि भारत की छवि को दुनिया में बदनाम किया जा सके. क्योंकि इस झड़प में अगर सुरक्षा बल कोई कदम उठाते तो उसे वीडियो बनाकर वायरल कर दिया जाता. दुनिया भर में ढिंढोरा पीटा जाता कि भारत जम्मू कश्मीर में जुल्मोसितम कर रहा है. लेकिन सलाम कीजिए इन CRPF जवानों को जिन्होंने संयम से काम लेकर आतंकियों की ये साजिश कामयाब नहीं होने दी.