साध्वी प्रज्ञा ने गोडसे को संसद में बताया ‘देशभक्त’, राहुल गांधी ने कहा- ‘आतंकी प्रज्ञा’ पर कार्रवाई हो
प्रज्ञा ठाकुर ने बुधवार को लोकसभा में एसपीजी संशोधन विधेयक पर चर्चा के दौरान राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे का हवाला ‘देशभक्त’ के तौर पर दिया, जिसको लेकर कांग्रेस सदस्यों ने कड़ा विरोध दर्ज कराया था.
नई दिल्ली: संसद में बीजेपी सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर की तरफ से महात्मा गांधी के हत्यारे नाथुराम गोडसे को देशभक्त बताने वाले बयान पर हंगामा हो रहा है. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी आज प्रज्ञा ठाकुर के बयान को लेकर मोदी सरकार पर निशना साधा. राहुल गांधी ने कहा है कि साध्वी प्रज्ञा के इस बयान पर एक्शन होना चाहिए. भारत की संसद के इतिहास में ये एक दुखद दिन हैं. प्रज्ञा के बयान को लेकर कांग्रेस ने सदन से वॉकआउट किया.
राहुल गांधी ने प्रज्ञा को बताया आतंकवादी
वहीं, राहुल गांधी ने ट्वीट करके प्रज्ञा ठाकुर को आतंकवादी कहा है. राहुल ने लिखा है, ‘’आतंकी प्रज्ञा ने आतंकी गोडसे को देशभक्त बताया. भारत की संसद के इतिहास में ये एक दुखद दिन है.’’
महाराष्ट्र पर बोलीं सोनिया- ‘नाकाम हुई मोदी-शाह की साजिश’, उद्धव की शपथ में जाने पर कहा- ‘अभी तय नहीं’Terrorist Pragya calls terrorist Godse, a patriot.
A sad day, in the history of India’s Parliament. — Rahul Gandhi (@RahulGandhi) November 28, 2019
वहीं मीडिया से बातचीत में राहुल ने कहा, ‘’मैं उस महिला के बारे में नहीं बोलना चाहता. गोडसे को देशभक्त कहना आरएसएस और बीजेपी की आत्मा में है. वह लोग गांधी जी की कितनी भी पूजा करें. उनकी आत्मा संघ की है.’’ उन्होंने कहा, ‘’मैं उनपर (साध्वी प्रज्ञा) पर अपना समय खराब नहीं करना चाहता.’’
बीजेपी ने की बयान की निंदा
प्रज्ञा के बयान पर हंगामा बढ़ता देख बीजेपी ने उनके बयान की निंदा की है. पार्टी ने प्रज्ञा को रक्षा मामलों की परामर्श समिति से हटाये जाने की सिफारिश भी की है. बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि बीजेपी प्रज्ञा ठाकुर की टिप्पणी की निंदा करती है, पार्टी ऐसे बयानों का कभी समर्थन नहीं करती. उन्होंने कहा कि प्रज्ञा ठाकुर संसद सत्र के दौरान बीजेपी संसदीय दल की बैठक में हिस्सा नहीं लेंगी.
बता दें कि प्रज्ञा ठाकुर ने बुधवार को लोकसभा में एसपीजी संशोधन विधेयक पर चर्चा के दौरान राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे का हवाला ‘देशभक्त’ के तौर पर दिया, जिसको लेकर कांग्रेस सदस्यों ने कड़ा विरोध दर्ज कराया था.