नई दिल्ली: देश में कोरोना का पहला मरीज आए 7 महीने होने वाले हैं. इस दौरान कोरोना टेस्टिंग कैपेसिटी बढ़कर प्रति दिन 9 लाख पार पहुंच गई है. अब तक तीन करोड़ 34 लाख से ज्यादा लोगों का कोरोना टेस्ट हो चुका है. स्वास्थ्य परिवार कल्याण मंत्रालय ने बताया, वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में 10 लाख आबादी पर प्रति दिन 140 टेस्ट किए जाने चाहिए. जबकि भारत के सभी राज्यों में हर दिन इससे कई गुना ज्यादा कोरोना टेस्ट किए जा रहे हैं. भारत में 10 लाख आबादी पर हर दिन 580 टेस्ट किए जा रहे हैं.


हर 10 लाख आबादी पर सबसे ज्यादा टेस्ट गोवा (1826) में हुए हैं. हालांकि सबसे कम कोरोना टेस्ट वाले राज्य छत्तीसगढ़ में भी 10 लाख आबादी पर 225 टेस्ट हो रहे हैं. इसके बाद मध्य प्रदेश, राजस्थान, झारखंड, पश्चिम बंगाल, हिमाचल प्रदेश, बिहार, तेलंगाना, जम्मू-कश्मीर, केरल, पंजाब, महाराष्ट्र, गुजरात, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, आंध्र प्रदेश, असम, तमिलनाडु, कर्नाटक, लद्दाख, दिल्ली और ओडिशा में सबसे ज्यादा टेस्ट हो रहे हैं.





देश में कब-कब कितनी बढ़ी टेस्टिंग?
2 अगस्त तक- एक करोड़ 98 लाख 21 हजार 831 लोगों की टेस्टिंग हुई
6 अगस्त तक- दो करोड़ 21 लाख 49 हजार 351 लोगों की टेस्टिंग हुई
9 अगस्त तक- दो करोड़ 41 लाख 6 हजार 535 लोगों की टेस्टिंग हुई
13 अगस्त तक- दो करोड़ 68 लाख 45 हजार 688 लोगों की टेस्टिंग हुई
16 अगस्त तक- तीन करोड़ 41 हजार 400 लोगों की टेस्टिंग हुई
20 अगस्त तक- तीन करोड़ 34 लाख लोगों की टेस्टिंग हुई


देश में मृत्युदर घटकर 1.89 फीसदी हुई
कोरोना के संबंध में अच्छी खबर ये है कि भारत में इस संक्रमण के कारण होने वाली मृत्युदर घटकर 1.89 फीसदी पर आ गई. भारत उन देशों में से एक है जहां कोरोना वायरस के कारण मरने वाले लोगों की संख्या सबसे कम है. देश में कोरोना वायरस के कारण अब तक करीब 55 हजार लोगों की जान जा चुकी है.


मंत्रालय ने कहा, "अमेरिका में मृतक संख्या 50,000 के पार पहुंचने में 23 दिन का वक्त लगा, ब्राजील में 95 दिन और मेक्सिको में 141 दिन में मृतक संख्या इससे अधिक हुई. भारत में मृतक संख्या इतनी होने में 156 दिन का वक्त लगा."


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