Maharashtra News: महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बुधवार को प्रदेश के कृषि मंत्री अब्दुल सत्तार के बचाव में आए और कहा कि मंत्री की किसी भी बेटी को शिक्षक पात्रता परीक्षा (TET) से नौकरी नहीं मिली है.
विपक्ष द्वारा टीईटी घोटाले पर सरकार से स्पष्टीकरण मांगे जाने के बाद फडणवीस ने राज्य विधानसभा में बयान दिया. विपक्ष ने आरोप लगाया कि सत्तार के परिवार के सदस्यों ने अनुचित लाभ उठाया और उनकी बेटियों को इससे (घोटाले से) जोड़ा. फडणवीस ने विपक्ष पर पलटवार करते हुए कहा कि परीक्षा तब हुई थी जब महा विकास अघाड़ी (एमवीए) सरकार सत्ता में थी.
विपक्षी नेता अजित पवार ने सदन में उठाया मुद्दा
उन्होंने कहा, "अब्दुल सत्तार की बेटियों को टीईटी के माध्यम से कोई नौकरी नहीं मिली है. टीईटी आयुक्त ने स्पष्ट किया था कि वे (TET ) में पास नहीं हुई थी." मामले को उठाते हुए सदन में विपक्ष के नेता अजित पवार ने कहा, "कुछ मंत्री इससे (TET SCAM ) से जुड़े हैं. उनकी बेटियां शिक्षक के तौर पर काम कर रही हैं. हम किसी को निशाना नहीं बनाना चाहते हैं. लेकिन यह कानून के हिसाब से ठीक नहीं है अगर अपने सगे संबंधियों के लिए सत्ता का दुरुपयोग किया जाए." विपक्ष ने भूमि आदेश में अनियमितता का आरोप लगाते हुए सत्तार पर भी निशाना साधा.
क्या है टीईटी घोटाला
शिवसेना के बागी विधायक अब्दुल सत्तार की तीन बेटियों और एक बेटे का शिक्षक अर्हता परीक्षा 2019-20 की अयोग्य 7,800 लोगों की लिस्ट में नाम आया था. जिन लोगों ने टीईटी (TET) 2019 की मार्कशीट में छेड़छाड़ की इसमें उनका नाम है. एमएससीई के अनुसार 7,800 में से 7,500 ने अंतिम पेपर से पहले खुद को पास दिखाने के लिए पैसे देकर रिजल्ट में गड़बड़ी कराई. वहीं 293 अभ्यर्थियों ने लास्ट परीक्षा के बाद फेक सर्टिफिकेट बनवाए. इस मुद्दे पर विपक्ष सत्ता पक्ष पर हमलावर है. विपक्ष आरोप लगा रहा है कि सत्ता का दुरुपयोग किया जा रहा है.
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