जंगलों से आई खुशखबरी, देश में बढ़ रहा वनों का दायरा
इंडिया स्टेट ऑफ फारेस्ट रिपोर्ट 2019 में जम्मू-कश्मीर और लद्दाख पर दिए समेकित आंकलन में जंगलों के दायरे में हुई बढ़ोतरी दिखाई है. दो साल पूर्व जारी पिछले आंकलन के मुताबिक देश में वन और पेड़ों से ढंके कुल इलाके में 5188 वर्ग किमी का इजाफा हुआ है.
नई दिल्ली: जलवायु परिवर्तन और पर्यावरण के मोर्चे पर बरकरार चिंताओं के बीच भारत के जंगलों से एक अच्छी खबर आई हैं. देश में जंगलों की सेहत पर हर दो साल में आने वाली इंडिया स्टेट ऑफ फारेस्ट रिपोर्ट 2019 के मुताबिक भारत दुनिया के उन चुनिंदा मुल्कों में शुमार है जहां जंगल बढ़ रहा हैं. रिपोर्ट के मुताबिके बीते 4 सालों में भारत में जंगलों का दायरा 13 हज़ार वर्ग किमी बढ़ा है. केंद्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने राजधानी दिल्ली में एक कार्यक्रम के दौरान रिपोर्ट जारी करते हुए कहा कि भारत में जंगलों का बढ़ना पूरी दुनिया के लिए अच्छी खबर है. इसने विश्वास बढ़ाया है कि जलवायु परिवर्तन पर हुए पेरिस समझौते में जताए 2.5 अरब टन कार्बन सिंक बढ़ाने के अपने लक्ष्य को भारत जल्द हासिल कर लेगा. मौजूदा आंकलन के मुताबिक भारत में दो साल पहले आई पिछली फॉरेस्ट रिपोर्ट के मुकाबले 4.26 करोड़ कार्बन स्टॉक बढ़ा है.
पर्यावरण मंत्री के मुताबिक यह अच्छे संकेत हैं कि भारत में घने, मध्यम, विरले जंगलों के साथ साथ जंगल के बाहर पेड़ों की संख्या बढ़ी है. इसके अलावा समुद्री किनारों पर पाए जाने वाले मेंगरूव का दायरा भी 54 वर्ग किमी बढ़ा है. महतवपूर्ण है कि समुद्री तूफान और ज्वार के दौरान तटीय इलाकों में नुकसान को रोकने में महत्वपूर्ण प्राकृतिक भूमिका मेंगरूव की होती है.
जम्मू-कश्मीर में बढ़ा जंगलों का औसत मगर पीओके के इलाकों में हुई कुछ कमी
इंडिया स्टेट ऑफ फारेस्ट रिपोर्ट 2019 में जम्मू-कश्मीर और लद्दाख पर दिए समेकित आंकलन में जंगलों के दायरे में हुई बढ़ोतरी दिखाई है. रिपोर्ट के अनुसार जम्मू-कश्मीर (जम्मू-कश्मीर और लद्दाख समेत) के वन आच्छादित क्षेत्र में पिछले आंकलन के मुकाबले 348 वर्ग किमी की बढ़ोतरी हुई है. इसमें पाक अधिकृत क्षेत्र के वन आंकलन के बारे में पूछे जाने पर पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि सैटेलाइट कोई सीमाएं नहीं मानता. हालांकि रिपोर्ट के अनुसार पीओके के मीरपुर जैसे इलाक़ों के वन क्षेत्र में ISFR2017 के मुकाबले 12 फीसद से ज़्यादा की कमी भी हुई है.
भारत के जिन अन्य राज्यों में जंगल बढ़ा है उनमें कर्नाटक, केरल, आंध्रप्रदेश जैसे दक्षिणी सूबों के अलावा राजस्थान, मध्य प्रदेश सरीखे मैदानी इलाके और कई पहाड़ी राज्य शामिल हैं. वन क्षेत्र में बढ़ोतरी दर्ज कराने वाले 5 शीर्ष राज्यों में अव्वल स्थान कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, केरल, जम्मू-कश्मीर व लद्दाख संघ शासित प्रदेश और हिमाचल प्रदेश शामिल हैं.
भारतीय वन सर्वेक्षण प्रमुख सुभाष आशुतोष ने कहा कि इस रिपोर्ट में पहली बार आधुनिक तकनीक से सर्वे के साथ-साथ वन संपदा का मूल्यांकन भी किया गया है. देश का कुल वन क्षेत्र 712249 वर्ग किमी है. वहीं जंगल और पेड़ों से आच्छादित क्षेत्र 807276 वर्ग किमी है जो देश के कुल क्षेत्रफल का 24 फीसद है. दो साल पूर्व जारी पिछले आंकलन के मुताबिक देश में वन और पेड़ों से ढंके कुल इलाके में 5188 वर्ग किमी का इजाफा हुआ है. दुनिया के सबसे ज़्यादा जंगल वाले 10 मुल्कों में भारत दसवें स्थान पर है. लेकिन दुनिया की 17 फीसद मानवीय आबादी और 18 फीसद जीव आबादी और महज़ 2 प्रतिशत भूमि के चलते भारत के जंगलों में बढ़ोतरी दर्ज होना काफी अहम है.
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