एक कप चाय की जितनी कीमत है उतनी फीस देकर महीने भर पढ़ते हैं इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी के छात्र!
दिल्ली के जवाहर लाल यूनिवर्सिटी में हॉस्टल की फीस की बढ़ोतरी को लेकर बहस हो रही है. हम आज आपको इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी के फीस स्ट्रक्चर के बारे में आपको बताते हैं.
प्रयागराज: दिल्ली के जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी में बढ़ी हुई फीस को लेकर हंगामा मचा है. इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स महज 12 रुपये में ही महीने भर ग्रेजुएशन की पढ़ाई करते हैं. इतना ही नहीं यहां ग्रेजुएशन की फीस अब भी सिर्फ 15 रुपये मासिक है. इस यूनिवर्सिटी में महज 2 हजार रुपये देकर स्टूडेंट्स साल भर हॉस्टल में रहते हैं, जबकि रोजाना 77 रूपये देकर दो वक्त का खाना और सुबह का नाश्ता करते हैं.
इससे साफ तौर पर कहा जा सकता है कि इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी के छात्र जितनी फीस में साल भर पढ़ाई कर लेते हैं, उतनी प्राइवेट स्कूलों में नर्सरी क्लास के बच्चे एक महीने भी पढ़ाई नहीं कर सकते हैं. यहां पिछले कई दशकों से फीस नहीं बढ़ाई गई है. ये कहना गलत नहीं होगा कि इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी में स्टूडेंट्स एक कप चाय की कीमत में महीने भर की पढ़ाई कर लेते हैं.
इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी के फीस स्ट्रक्चर की बात करें तो यहां ग्रेजुएशन की पढ़ाई कर रहे स्टूडेंट्स से सालाना 144 रुपये और पीजी के छात्रों से सालाना 180 रुपये ही ट्यूशन फीस ली जाती है.
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ग्रेजुएशन फीस का स्ट्रक्चर-
ट्यूशन फीस के अलावा ग्रेजुएशन के पार्ट वन, टू और थ्री के स्टूडेंट्स से हर साल स्टूडेंट यूनियन के मद में 10 रुपये, डेलीगेसी मद में 20 रुपये, आई कार्ड के लिए 20 रूपये, कल्चरल एक्टिविटी के लिए 20 रुपये, एथलेटिक के लिए 50 रुपये, पुअर बॉयज फंड के लिए 10 रुपये, लाइब्रेरी के लिए 50 रुपये, डेवलपमेंट मद में 100 रुपये और परीक्षा शुल्क के 400 रुपये लिए जाते हैं.
ग्रेजुएशन सेकेंड और थर्ड इयर के स्टूडेंट्स को इस तरह सालाना 804 रूपये देने पड़ते हैं. फर्स्ट इयर के स्टूडेंट्स को 100 रुपये एनरोलमेंट के अलग से देने पड़ते हैं. प्रैक्टिकल वाले सब्जेक्ट्स के लिए सालाना 150 रूपये अलग से देने पड़ते हैं.
पीजी फीस का स्ट्रक्चर-
इसी तरह मास्टर डिग्री के दोनों सालों में स्टूडेंट्स से सालाना 180 रुपये ट्यूशन फीस ली जाती है. पीजी में स्टूडेंट यूनियन के लिए 10 रुपये, डेलीगेसी- कल्चरल एक्टिविटी और आई कार्ड के मद में 20 रुपये, एथलेटिक के लिए 50, पुअर बॉयज फंड में 10 रुपये, लाइब्रेरी के लिए 100 रुपये, डेवलपमेंट के लिए 100 रुपये और परीक्षा शुल्क के तौर पर 1 हजार रुपये लिए जाते हैं.
इस तरह पीजी के स्टूडेंट्स से साल भर में 1 हजार 490 रूपये लिए जाते हैं. पीजी में लैब फीस के लिए प्रति विषय सालाना 300 रुपये अलग से देने पड़ते हैं. यहां कानून की पढ़ाई करने वाले लॉ स्टूडेंट्स को सालाना 1 हजार 204 रुपये देने होते हैं. एलएलएम के छात्रों को 1 हजार 490 रूपये देने होते हैं. इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी में बीटेक के स्टूडेंट्स को सालाना 1 हजार 490 रुपये, एमटेक के स्टूडेंट्स से भी 1 हजार 490 रुपये, एमबीए के छात्रों से 1 हजार 490 रुपये, बीएफए के छात्रों से 3 हजार 620 रुपये, बीसीए स्टूडेंट्स से 1 हजार 204 रुपये और एमसीए स्टूडेंट्स से 1 हजार 490 रूपये सालाना फीस ली जाती है.
इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी के हॉस्टल्स में सिंगल बेड के छात्रों से प्रति कमरे के लिए महीने के 300 रुपये लिए जाते हैं. डबल बेड वाले कमरों में रहने वाले स्टूडेंट्स से महज 200 रुपये महीने ही लिए जाते हैं. हॉस्टल्स में पहले यूनिवर्सिटी की तरफ से मेस की व्यवस्था नहीं थी. स्टूडेंट्स कम्युनिटी बेसिस पर कैंटीन चलाते थे, लेकिन अब यहां छात्रों से 2 हजार 100 रुपये महीने की फीस लेकर उन्हें रोजाना दो वक्त का भोजन और सुबह का नाश्ता दिया जाता है. कहा जा सकता है कि मामूली सी फीस पर इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स पढ़ाई करते हैं.