जिस देश में महिलाएं सुरक्षित होती हैं वहां का विकास कोई रोक नहीं सकता: राजनाथ सिंह
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि '112 इंडिया' मोबाइल एप्प पर एसएचओयूटी (शाउट) फीचर को खासतौर पर महिलाओं के लिए उपलब्ध कराया गया है.
कोहिमा: केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को नगालैंड में पुलिस और दमकल जैसी कई आपात सेवाओं के लिए एक मोबाइल एप्प का शुभारंभ किया. उन्होंने इस अवसर पर कहा, इसमें महिलाओं की सुरक्षा के लिए खास फीचर होगा जो उन्हें पुलिस और स्वयंसेवकों से तुरंत सहायता मुहैया कराएगा.
सिंह ने कहा कि '112 इंडिया' मोबाइल एप्प पर एसएचओयूटी (शाउट) फीचर को खासतौर पर महिलाओं के लिए उपलब्ध कराया गया है. यह इमरजेंसी रिस्पोंस सपोर्ट सिस्टम (ईआरएसएस) से जुड़ा है. उन्होंने कहा कि यह एप्प किसी परेशान महिला की जगह का पता लगाने के लिए जीपीएस का इस्तेमाल करेगा.
गृह मंत्री ने कहा कि देश की करीब आधी आबादी महिलाओं की है और जिन देशों में महिलाएं महफूज होती हैं तो वे देश मजबूत होते हैं और उसका विकास कोई नहीं रोक पाता है.
सिंह ने कहा कि महिलाओं की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए सरकार विभिन्न पहलें कर रही है जिनमें महिला सुरक्षा मंडल स्थापित करना और यौन हमलों से संबंधित मामलों का निपटान फास्ट ट्रैक अदालतों में कराना शामिल है. उन्होंने नगालैंड में 'इमरजेंसी रिस्पोंस सपोर्ट सिस्टम' (ईआरएसएस) परियोजना शुरू करने पर राज्य के लोगों, सरकार और पुलिस को बधाई दी है. नगालैंड पहला पूर्वेत्तोर राज्य है जिसने यह एप्प शुरू किया है.
The Emergency Response Support System (ERSS)for Nagaland was launched at a function in Kohima today. Under the ERSS people will be able to receive immediate assistance from Police, Health & Fire Dept. as well as from other agencies using a pan-India single emergency number 112. pic.twitter.com/ZbwvMJJ8Wg
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) December 1, 2018
इसपर गृह मंत्री ने आगे कहा कि ईआरएसएस परियोजना के तहत, समूचे देश के लिए आपात स्थिति के लिए एक नंबर 112 का इस्तेमाल करने पर लोगों को पुलिस, स्वास्थ्य और दमकल विभाग समेत अन्य एजेंसियों से तुरंत सहायता मिलेगी.
ईआरएसएस में पुलिस (100), दमकल (101), स्वास्थ्य (108) और महिला (1090) हेल्पलाइनों को मिला दिया गया है और अब इन आपात सेवाओं को 112 नंबर के जरिए संपर्क किया जा सकता है. कई आपात सेवाओं के लिए एक नंबर धीरे-धीरे पूरे देश में शुरू होगा. ये अमेरिका के 911 की तरह है.
हिमाचल प्रदेश पहला राज्य है जिसने इस हफ्ते के शुरू में यह परियोजना को शुरू किया. इसके बाद नगालैंड में इसका शुभारंभ किया गया.