लंबे इंतजार के बाद खुले जगन्नाथ मंदिर के कपाट, केवल स्थानीय श्रद्धालुओं को दर्शन की इजाजत
पुरी आने वाले श्रद्दालुओं को कोविड के सभी नियमों का पालन करना होगा. मंदिर में प्रवेश के लिए कोरोना की निगेटिव रिपोर्ट के साथ आना होगा. कोरोना वायरस के फैलने के बाद मार्च महीने से ही मंदिर के कपाट बंद थे. सिर्फ़ कुछ पुजारियों को ही मंदिर के अंदर जाने की इजाज़त थी.
ओडिशा के पुरी में भगवान जगन्नाथ के दर्शन आज से शुरू हो गए हैं. 31 दिसंबर तक भक्त अब भगवान की पूजा अर्चना कर सकते हैं. लॉकडाउन के बाद से ही पुरी का जगन्नाथ मंदिर बंद था. लेकिन नये साल के मौक़े पर मंदिर के कपाट बंद ही रहेंगे. आम तौर पर देश भर से लाखों लोग हैप्पी न्यू ईयर पर पुरी आते हैं. परिवार संग पूजा पाठ करते हैं. नया साल अच्छा रहे, ईश्वर से यही प्रार्थना करते हैं. लेकिन कोरोना महामारी के कारण श्रद्धालुओं को इस बार ये मौक़ा नहीं मिल पायेगा. 3 जनवरी से मंदिर खुल जायेगा. तब आम लोग भगवान के दर्शन कर पायेंगे. लेकिन इसके लिए कोरोना जांच की निगेटिव रिपोर्ट ज़रूरी कर दी गई है.
बिना मास्क के मंदिर में प्रवेश पर रोक सवेरे से ही जगन्नाथ जी का मंदिर भक्तों के लिए खुल गया है. लेकिन अभी सिर्फ़ पुरी के लोकल लोगों को ही भगवान के दर्शन करने की छूट है. बिना मास्क के मंदिर में प्रवेश पर रोक है. पुरी के लोगों को कोविड टेस्ट से छूट दे दी गई है. कोरोना वायरस के फैलने के बाद मार्च महीने से ही मंदिर के कपाट बंद थे. सिर्फ़ कुछ पुजारियों को ही मंदिर के अंदर जाने की इजाज़त थी. यही लोग जगन्नाथ जी के संस्कार से लेकर उनको भोग तक लगाते थे. पिछले दो दिनों से शैवायतों के परिवार को भी भगवान के दर्शन की अनुमति मिली हुई थी. 25 से लेकर 31 दिसंबर तक पुरी के स्थानीय लोगों के लिए जगन्नाथ जी के दर्शन की इजाज़त रहेगी.
नए साल में एक और दो जनवरी को बंद रहेंगे कपाट वैसे तो सालों भर पुरी में लोगों की भीड़ लगी रहती है. लेकिन रथयात्रा और नए साल जैसे ख़ास मौक़ों पर तो तिल रखने भर की जगह नहीं बचती है. भुवनेश्वर तक मेला लगा रहता है. पर कोरोना महामारी के कारण सब कुछ बदल गया है. केन्द्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने मंदिर खुलने पर बधाई दी है. उन्होंने कहा कि प्रभु जगन्नाथ सबका कल्याण करेंगे. अभी तो मंदिर में लोग भगवान के दर्शन कर रहे हैं. लेकिन अगले साल जनवरी महीने की पहली और दूसरी तारीख़ को कपाट बंद हो जाएगा.
पुरी के बाहर के लोगों को कोविड टेस्ट करा कर आना होगा पूजा पाठ के लिए बस कुछ पुजारियों को जाने की छूट रहेगी. मंदिर के शैवायत इप्सित प्रतिहारी कहते हैं कि 3 जनवरी से फिर भगवान का दर्शन शुरू हो जाएगा. कोविड से बचने के सभी नियमों का पालन करना होगा. पुरी के बाहर के लोगों को कोविड टेस्ट करा कर आना होगा. निगेटिव रिपोर्ट वालों को ही मंदिर के अंदर जाने दिया जाएगा. सनातन धर्म में पुरी को चार पवित्र धामों मे से एक माना जाता है. इसे जगन्नाथधाम कहा जाता है. शंकराचार्य ने जिन चार पीठों की स्थापना की थी, उनमें से गोवर्धन पीठ पुरी में ही है.
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