जम्मूः भारत सरकार ने जम्मू कश्मीर समेत पूरे देश भर में पेट्रोल में 10 प्रतिशत एथेनॉल मिलने की इजाज़त पेट्रोल कंपनियों को दे दी है, जिसका विपरीत असर अब पेट्रोल वाहनों पर पड़ने लगा है. जम्मू कश्मीर पेट्रोल पंप डीलर्स एसोसिएशन का दावा है कि पेट्रोल पानी के संपर्क में आने से सारा एथेनॉल पानी बन जाता है जो वाहन के इंजन को प्रभावित कर सकता है. 


जम्मू कश्मीर पेट्रोल पंप डीलर एसोसिएशन की मानें तो भारत सरकार ने गुपचुप तरीके से यह आदेश निकाला है जिसमें पेट्रोल में 10% एथेनॉल मिलाने को हरी झंडी दे दी है. एसोसिएशन के मुताबिक एथेनॉल गन्ने के रस से बनता है और अगर इसे पेट्रोल में पानी मिल जाए और वह पेट्रोल पानी के संपर्क में आए तो पेट्रोल में मिला पूरा इथेनॉल पानी बन जाएगा.


एसोसिएशन दावा कर रहा है कि पानी पेट्रोल से भारी होता है इसलिए धीरे-धीरे करके टंकी में पड़ा सारा एथेनॉल पानी बन कर नीचे बैठ जाएगा और अंत में वाहनों की इंजन को बुरी तरह प्रभावित करेगा.


एसोसिएशन के प्रधान आनन शर्मा के मुताबिक जम्मू कश्मीर में यह प्रक्रिया इसी महीने की 9 तारीख से शुरू हो गई है और कई वाहनों के इंजन बंद पड़ गए हैं. उन्होंने कहा कि एथेनॉल से भरा हुआ पेट्रोल बेचने की कोई जानकारी ग्राहकों को नहीं है और जिस भी वाहन में कोई परेशानी आती है तो वह वाहन चालक सीधा पेट्रोल पंप वालो से शिकायत करता है.


एसोसिएशन ने मांग की कि सरकार को यह बात सार्वजनिक करनी चाहिए कि आप पेट्रोल में एथेनॉल मिलाया जा रहा है और पेट्रोल के वाहन चलाने वाले पेट्रोल को पानी के संपर्क में ना आने दे. उन्होंने कहा कि पेट्रोल में एथेनॉल मिलाने के पीछे सरकार का मकसद पेट्रोल के आयात को कम करना है लेकिन इसका खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है.


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