कोलकाता पोर्ट से बांग्लादेश रवाना हुआ 20 हजार टन कोयला, रामपल बिजली संयंत्र में होगा इस्तेमाल
गोदावरी कमोडिटीज ने कोलकाता बंदरगाह से बांग्लादेश के लिए 20 हजार टन भारतीय कोयला भेजा है. इसका इस्तेमाल रामपल बिजली संयंत्र में किया जाएगा.
कोलकाताः कोलकाता बंदरगाह से घरेलू कोयले का निर्यात शुक्रवार को शुरू हो गया. नेताजी सुभाष बंदरगाह से बांग्लादेश के लिए कोयला रवाना किया गया. कोयला धनबाद से आया और इसे बांग्लादेश के खुलना स्थित रामपल बिजलीघर को भेजा जा रहा है.
भारत-बांग्लादेश सहयोग से हो रहा रामपल बिजली संयंत्र का निर्माण
बांग्लादेश इंडिया फ्रेंडशिप पावर कंपनी 1,320 मेगावाट क्षमता का रामपल बिजली संयंत्र लगा रही है. यह भारत की एनटीपीसी लि. और बांग्लादेश पावर डेवलपमेंट बोर्ड की संयुक्त उद्यम कंपनी है. अधिकारी ने कहा कि 3,800 टन का पहला रैक 3-4 दिनों में बिजली घर के अपने उपयोग वाली गोदी पर उतारे जाने की संभावना है.
भेजा गया 20 हजार टन भारतीय कोयला
कोयले की निर्यातक गोदावरी कमोडिटीज है जबकि इसका रखरखाव जेडएस लॉजिस्टिक कर रही है. बंदरगाह अधिकारियों ने कहा कि हर महीने 20 हजार टन भारतीय कोयला श्यामा प्रसाद मुखर्जी बंदरगाह, कोलकाता (पूर्वी में कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट) से बांग्लादेश को भेजा जायेगा.