LCA Mark-2 Fighter Aircraft: सरकार ने वायुसेना (Air Force) के लिए एलसीए मार्क-2 लड़ाकू विमान (LCA Mark-2 Fighter Aircraft) के निर्माण को हरी झंडी (Green Flag) दे दी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के अध्यक्षता वाली सीसीएस कमेटी (CCS Committee) ने बुधवार को इस स्वदेशी प्रोजेक्ट (Project) पर मुहर लगा दी है.
जानकारी के मुताबिक, मार्क-2 प्रोजेक्ट के तहत प्रोटो टाइप फाइटर जेट (Proto Type Fighter Jet) अगले साल तक बनकर तैयार हो जाएगा. साल 2027 तक मार्क-2 लड़ाकू विमान बनकर तैयार हो जाएगा और वायुसेना को मिल सकता है. प्रोजेक्ट के लिए सरकार ने एलसीए बनाने वाली सरकारी कंपनी हिंदुस्तान एयरोनोटिक्स लिमिटेड (एचएएल) को अतिरिक्त फंड मुहैया कराया है.
मार्क-1ए से ज्यादा हेवी है मार्क-2
एलसीए मार्क-2 फाइटर जेट लड़ाकू विमान मार्क-1ए से ज्यादा हेवी है. इसीलिए इसे मीडियम-वेट फाइटर जेट कैटेगरी में रखा जा सकता है. इसका वजन करीब साढ़े 17 हजार किलो है और इसकी पेयलोड क्षमता साढ़े 6 हजार किलो है. हेवी होने के कारण इसमें बड़े फ्यूल टैंक लगाए जा सकते हैं. यहां तक कि, ज्यादा मिसाइल और वैपन इसमें इंडीग्रेट किए जा सकते हैं.
83 मार्क-1ए के भी दिए गए ऑर्डर
मार्क-1ए में जहां कुल 08 वैपन-पोड्स हैं वहीं मार्क-2 में 11 पोड्स हैं. इसके मायने ये हैं कि मार्क-2 में आठ एयर टू एयर मिसाइल लगाई जा सकती है जबकि मार्क-1ए में चार ही लगाई जा सकती हैं. वायुसेना फिलहाल लाइट कॉम्बेट एयरक्राफ्ट एलसीए की दो स्कॉवड्रन इस्तेमाल कर रही है. इसके अलावा 83 मार्क-1ए के ऑर्डर भी वायुसेना के लिए एचएएल को दे दिए गए हैं.
यह भी पढ़ें.