कोरोना वायरस ने जब से पूरी दुनिया को अपना शिकार बनाया है, उसके बाद से कोविड के ऊपर अलग अलग तरह की रिसर्च की जा रही हैं. अब रॉकफेलर यूनिवर्सिटी और न्यूयॉर्क में वेइल कॉर्नेल मेडिसिन की एक टीम के नेतृत्व में शोधकर्ताओं के निष्कर्ष निकाला है कि कोविड 19 से संक्रमित व्यक्ति की इम्यूनिटी लंबी हो सकती है. सोमवार को प्रकाशित अध्ययन के मुताबिक कोविड से संक्रमित लोगों में एंटीबॉडी और प्रतिरक्षा छह महीने से एक साल तक स्थिर रहती है और वैक्सीनेशन होने पर उन्हें और भी बेहतर सुरक्षा मिलती है. दरअसल शोधकर्ताओं ने 63 लोगों का टेस्ट किया, जिसमें कोविड से संक्रमित होने के बाद ठीक हुए लोग जिनको 1.3 महीने, 6 महीने और 12 महीने हो चुके हैं, शामिल रहे और इन्होंने फाइजर-बायोएनटेक या मॉडर्न वैक्सीन की ली हुई थी. रिसर्च में बताया गया है कि महामारी के भविष्य के बारे में महत्वपूर्ण सुराग मिला है, और कोविड से संक्रमित व्यक्ति की इम्यूनिटी कब तक मजबूत रहेगी इसका जवाब भी मिल गया है.


वैक्सीन लगाने से बढ़ती है इम्यूनिटी


संक्रामक रोग चिकित्सक और एमोरी विश्वविद्यालय, अटलांटा में महामारी विशेषज्ञ मनोज जैन ने बताया कि रिसर्च के दौरान 12 महीनों के लिए उत्परिवर्ती वेरिएंट के खिलाफ सुरक्षात्मक प्रतिक्रिया उत्साहजनक थी. साथ ही कहा कि वैक्सीन लगने के बाद इम्यूनिटी और ज्यादा बढ़ गई थी.


नेचर स्टडी ने पेश की रिपोर्ट


द नेचर स्टडी ने कई अन्य महत्वपूर्ण निष्कर्षों की भी सूचना दी है, जिसमें छह महीने की तुलना में उनके संक्रमण के 12 महीने बाद लोगों में लगातार लंबे समय से चल रहे लक्षण कम होते दिखाई दिए. हालांकि, प्रकृति अध्ययन ने डेल्टा के संस्करण को फिर से बेअसर करने की प्रतिक्रिया पर ध्यान नहीं दिया, जो दूसरी लहर के दौरान भारत में प्रमुख था.


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