Maharashtra Cabinet Minister : महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे सरकार गठित होने के लगभग 40 दिन बाद कैबिनेट (मंत्रिमंडल) का विस्तार हो चुका है. इस केबिनेट में भाजपा खेमे के अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल दूसरी बार राज्य मंत्री बने हैं.
63 वर्ष की उम्र वाले पाटिल 2014-19 में राजस्व और लोक निर्माण विभाग (PWD) के मंत्री रह चुके हैं. वह उस साधारण परिवार से ताल्लुक रखते हैं. जो मुंबई में चाय बेचकर अपना पेट पालता था. इसी परिवार में इनका जन्म हुआ. उन्होंने मंत्री पद तक का सफर एबीवीपी से जुड़कर पूरा किया है.
दो बार विधान पार्षद रहने के बाद चंद्रकांत पाटिल पश्चिमी महाराष्ट्र से विधायक बने. मंगलवार को उन्हें एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली महाराष्ट्र सरकार में बतौर मंत्री शामिल किया गया है. पाटिल ने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) में जगह बनाई. इसके बाद कॉलेज के दिनों में काफी संघर्ष किया. उन्होंने 1990 में श्रीनगर में तिरंगा लहराने के लिए एबीवीपी के ‘चलो कश्मीर’ अभियान का नेतृत्व भी किया.
वर्ष 2005 में वह भाजपा में शामिल हुए और उन्हें पार्टी की महाराष्ट्र इकाई का सचिव बनाया गया था. 2008 और 2014 में पुणे स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से विधान पार्षद का चुनाव जीते. इसके बाद 2014 में भाजपा महाराष्ट्र में सत्ता में आयी और पाटिल को कैबिनेट मंत्री बनाया गया. उनके पास राजस्व, कपड़ा, लोक निर्माण विभाग तथा सहकारिता और वाणिज्य विभाग का प्रभार रह चुका है.
मेधा कुलकर्णी की जगह भाजपा ने 2019 में लड़ाया
चंद्रकांत पाटिल ने 2019 में विधानसभा चुनाव लड़ने का फैसला किया था. भाजपा ने उन्हें पुणे शहर से पार्टी की तत्कालीन विधायक रहीं मेधा कुलकर्णी की जगह उम्मीदवार बनाया था.
अपने जिले से कभी नहीं लड़े चुनाव
कोल्हापुर जिले से संबंध रखने वाले पाटिल ने कभी वहां से चुनाव नहीं लड़ा. एबीवीपी में रहने के दौरान वह भाजपा के वरिष्ठ नेता अमित शाह के संपर्क में आए, जो अभी केंद्रीय गृह मंत्री हैं.
महाविकास अघाड़ी सरकार गिराकर 30 जून सीएम बने थे शिंदे
प्रकरण के अनुसार जून में एकनाथ शिंदे और शिवसेना के 39 अन्य विधायकों ने अपनी पार्टी के नेतृत्व के खिलाफ बगावत कर दी थी. जिसके बाद उद्धव ठाकरे नीत महा विकास आघाडी सरकार गिर गयी. महाराष्ट्र विधानसभा में सबसे बड़ी पार्टी भाजपा ने बाद में शिंदे को मुख्यमंत्री बनाकर सभी को हैरत में डाल दिया था. 30 जून को शिंदे ने मुख्यमंत्री और भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी.
फडणवीस को मुख्यमंत्री पद पर देखना चाहते थे पाटिल
चंद्रकांत पाटिल ने पिछले महीने कहा था कि पार्टी ने भारी मन से देवेंद्र फडणवीस की जगह एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री बनाने का फैसला लिया. हालांकि, बाद में भाजपा नेता आशीष सेलार ने यह बयान दिया कि यह पाटिल का अपना रुख नहीं है और न ही पार्टी का रुख है. वह केवल सामान्य कार्यकर्ताओं की भावनाओं को अभिव्यक्त कर रहे थे.
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