कोरोना का कप्पा स्वरूप 'वेरियंट ऑफ कन्सर्न' नहीं, बल्कि 'वेरियंट ऑफ इंटरेस्ट' है- केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय
कोरोना वायरस के कप्पा वेरियंट दो मामले उत्तर प्रदेश में जीनोम सीक्वेंसिंग के दौरान सामने आए हैं. नीति आयोग के सदस्य वीके पॉल ने कहा कि कप्पा वेरियंट पहले भी देश में मिला है.
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में जीनोम सीक्वेंसिंग के दौरान दो नमूनों में वायरस के कप्पा स्वरूप की पुष्टि हुई है. राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में शुक्रवार को हुई अधिकारियों की बैठक के बाद जारी सरकारी बयान के मुताबिक 'विगत दिनों केजीएमयू (किंग जार्ज मेडिकल विश्वविद्यालय) में 109 नमूनों की जीनोम सीक्वेंसिंग की गई.
प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक 107 नमूनों में कोविड की दूसरी लहर में सामने आए डेल्टा स्वरूप की ही पुष्टि हुई है, जबकि दो नमूनों में वायरस का कप्पा स्वरूप पाया गया. 'बयान में कहा गया कि 'दोनों ही स्वरूप प्रदेश के लिए नए नहीं हैं.
डेल्टा के बाद कप्पा के मामले दब गए- वीके पॉल
वर्तमान में दैनिक संक्रमण दर 0.04 प्रतिशत है. इस पर नीति आयोग के सदस्य वीके पॉल ने शुक्रवार को कहा कि कप्पा वेरियंट पहले भी देश में फरवरी-मार्च महीने में मिला है लेकिन डेल्टा वेरियंट आने के बाद वो दब गया है और अब बहुत कम मामले देखने को मिल रहे हैं. कापा वेरियंट वेरियंट ऑफ कन्सर्न नहीं है बल्कि वेरियंट ऑफ इंटरेस्ट है. उन्होने ये भी कहा कि हमें कप्पा वैरिएंट के वैज्ञानिक प्रभाव और वैक्सीन इम्युनिटी पर नजर रखने की जरूरत है.
देश में 3.5 करोड़ से अधिक लोग हुए कोरोना से संक्रमित
वहीं, देश में कोरोना की स्थिति पर नजर डालें तो भले ही दूसरी लहर में धीमी पड़ते दिख रही हो लेकिन कोरोना संकट अभी टला नहीं है. ताजा आंकड़ों की बात करें तो देश में पिछले 24 घंटे में 43 हजार से अधिक नए मामले दर्ज हुए हैं. वहीं, 911 लोगों ने इस महामारी की चपेट में आकर अपनी जान गवांई है. वहीं, देश में कोरोना का कुल आंकड़ा 3 करोड़ 7 लाख, 52 हजार 950 हो गया है तो वहीं, 4 लाख 5 हजार 939 मरीजों ने दम तोड़ दिया है.
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