कश्मीरी पंड़ितों के पलायन पर बनी फिल्म 'द कश्मीर फाइल्स' ताबड़तोड़ कमाई कर रही है. एक तरफ जहां इस फिल्म को 9 राज्यों में टैक्स फ्री कर दिया गया है वहीं कई राज्यों में इसे बैन करने के लिए प्रदर्शन किए जा रहे हैं. फिल्म में कश्मीरी पंडितों के पलायन को दिखाया गया है. इस बीच हरियाणा के बीजेपी नेता ने कल यानी रविवार को इस फिल्म को रेवाड़ी पार्क में आम लोगों को फ्री में दिखाया.
उन्होंने इस बारे में जानकारी देते हुए एक पोस्टर शेयर कर लोगों को पार्क में बड़ी स्क्रीन पर फिल्म दिखाने का न्योता दिया था. हालांकि फिल्म निर्देशक विवेक अग्निहोत्री बीजेपी नेता के इस रुख से खुश नहीं थे. उन्होंने पोस्टर शेयर करते हुए हरियाणा के मुख्यमंत्री से इस प्रकार के कार्यक्रम को रुकवाने का निवेदन किया था, लेकिन इसके बावजूद फिल्म दिखाई गई.
कथित तौर पर रविवार शाम यह फिल्म हरियाणा के स्वर्ण जयंती पार्क में एक स्थानीय समूह द्वारा प्रदर्शित किया गया था. वहां बड़ी संख्या में लोगों ने फिल्म को बड़े पर्दे पर देखा. अग्निहोत्री ने रविवार सुबह अपने ट्विटर हैंडल पर एक पोस्टर साझा किया था और मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से रेवाड़ी में 'द कश्मीर फाइल्स' की स्क्रीनिंग को रोकने का अनुरोध किया था. उन्होंने इस बारे में ट्वीट करते हुए कहा, 'TheKashmirFiles को इस तरह खुले और मुफ्त में दिखाना एक क्रिमिनल ऑफेंस है. प्रिय मुख्यमंत्री जी, मैं आपसे इसे रोकने का अनुरोध करता हूं. राजनीतिक नेताओं को रचनात्मक व्यवसाय और सच्चे राष्ट्रवाद का सम्मान करना चाहिए और समाज सेवा का मतलब कानूनी रूप से टिकट खरीदना है और शांतिपूर्ण तरीके से फिल्म देखना है ना कि मुफ्त में लोगों को दिखाना.'
रणधीर सिंह कापरीवास ने किया था आयोजन
मिली जानकारी के अनुसार यह कार्यक्रम पूर्व विधायक रणधीर सिंह कापरीवास द्वारा आयोजित किया गया था और उनकी तस्वीर उस पोस्टर पर भी छपी थी जिसका इस्तेमाल लोगों को मुफ्त में फिल्म देखने के लिए आमंत्रित करने के लिए किया गया था.
कापरीवास 2014 में बीजेपी के टिकट पर रेवाड़ी से विधायक चुने गए थे, लेकिन 2019 में उन्हें पार्टी के टिकट से वंचित कर दिया गया था. वहीं उन्होंने कहा कि हां ये सच है कि फिल्म दिखाने की योजना बनाई गई थी और फिल्म देखने के लिए 1,000 से अधिक लोग पार्क में एकत्र हुए थे. चूंकि विवेक अग्निहोत्री ने फिल्म की खुली स्क्रीनिंग पर आपत्ति जताई थी और इसे अवैध करार दिया था, इसलिए हमने पूरी फिल्म के बजाय केवल हाइलाइट्स दिखाए. इसके स्थान पर 'सर्जिकल स्ट्राइक' पर आधारित एक और फिल्म दिखाई गई."
ये भी पढ़ें: