श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा ज़िले के नौगाम सेक्टर में गुरुवार को पाकिस्तानी फायरिंग में राइफलमैन शुभम शर्मा शहीद हो गए थे. शुक्रवार को उनका पार्थिव शरीर पैतृक गांव शेखुचक पहुंचा, तो अंतिम दर्शन के लिए लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा.


लोगों ने भारत माता की जय और पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाए. शहीद शुभम के अंतिम संस्कार में उन्हें नम आंखों से विदाई देने के लिए पूरा गांव पहुंचा. जम्मू के सीमावर्ती आरएसपुरा के शेखुचक गांव के रहने वाले शुभम शर्मा करीब चार साल पहले सेना में भर्ती हुए थे और चंद महीनों पहले ही उनकी पोस्टिंग राजस्थान से कुपवाड़ा हुई थी.


पिता ने कहा – बेटे की शहादत पर फख्र


शुभम के पिता विजय शर्मा जम्मू कश्मीर पुलिस में हवलदार हैं. उन्हें अपने बेटे के शहीद का गम है, लेकिन इस बात का फख्र भी है कि उसने अपने प्राणों की आहुति देकर अपना और अपने गांव का नाम रोशन किया है. शुभम की इस शहादत से उनके छोटे भाई सौरभ शर्मा की माने तो जैसे ही उन्हें अपने भाई की शहादत की खबर मिली तो पहले उन्हें काफी सदमा लगा लेकिन फिर उन्हें यह एहसास हुआ कि उनके भाई ने देश के लिए प्राणों की आहुति दी है. उन्होंने भी देश सेवा के लिए सेना में भर्ती होने की इच्छा जताई.