पिछले 10 दिनों से लापता नौसेना के पायलट कमांडर निशांत सिंह का शव अरब सागर में 70 मीटर नीचे मिलने की संभावना है. सोमवार को ये शव ठीक उसी जगह मिला जहां 26 नवंबर को कमांडर निशांत सिंह का मिग-29 के फाइटर जेट क्रैश हो गया था. नौसेना ने शव को डीएनए जांच के लिए भेज दिया है.

नौसेना के प्रवक्ता कमांडर विवेक मधवाल के मुताबिक, करीब पिछले 10 दिनों से मिग-29 के फाइटर जेट के लापता पायलट (कमांडर निशांत सिंह) को ढूंढने के लिए दिन-रात सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा था. इसके तहत नौसेना के मेरीटाइम रेस्कयू एयरक्राफ्ट्स ने करीब 270 घंटे की उड़ान भरी. इसके अलावा अंडरवाटर डायवर्स ने समंदर के नीचे गहन तलाश की और एचडी कैमरों की मदद से सर्च की गई. उसी दौरान जहां मिग29के का मलबा मिला था, ठीक उसी जगह एक शव मिला है. इस शव की पहचान के लिए डीएनए सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं.


जानकारी के मुताबिक, गोवा से करीब 70 नॉटिकल मील दूर ये शव मिला है जो माना जा रहा है कि कमांडर निशांत सिंह का है. 26 नवंबर को गोवा के आईएनएस हंस बेस से उड़ान भरने के कुछ मिनटों बाद ही ये ट्रैनर एयरक्राफ्ट क्रैश हो गया था. दुर्घटना के तुरंत बाद ही एक पायलट को तो सुरक्षित बचा लिया गया था लेकिन तभी से कमांडर निशांत लापता थे. उनकी तलाश के लिए ही नौसेना ने दिन-रात सर्च ऑपरेशन चलाया.  कमांडर मधवाल के मुताबिक. क्रैश हुए लड़ाकू विमान का लगभग सारा मलबा समंदर से मिल गया है, जिसमें इजेक्शन-सीट, एफडीआर/सीवीआर और दूसरा सामान भी मिल गया है. ये सारा मलबा सोनार और एचडी कैमरों की मदद से मिल पाई है.


शादी की परमिशन के लिए लिखा था पत्र


अरब सागर में मिग-29के फाइटर जेट क्रैश में लापता हुए कमांडर निशांत सिंह वही पायलट थे जिनका इसी साल मई के महीने में अपने सीओ (कमांडिंग ऑफिसर) को लिखा लैटर, ‘बाइट द बुलेट’ सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. कमांडर निशांत सिंह ने ये लैटर अपनी शादी की परमिशन लेने के लिए लिखा था. इसके बाद उनके सीओ ने इजाजत देने का जो खत लिखा था उसकी भी काफी चर्चा हुई थी.


पत्र के माध्यम से दी थी ये जानकारी 


अपने पत्र में निशांत सिंह ने जिस तरह अपनी ट्रैनिंग का जिक्र करते हुए शादी की परमिशन ली थी वो बेहद ही मिलिट्री अंदाज में थी. उन्होंने लिखा था कि "मैं आप पर बन गिराने वाला हूं लेकिन मुझ पर खुद न्युक्लियर बम गिरने वाला है (शादी का) " आगे उन्होंने लिखा कि क्योंकि कोरोना के चलते सब कुछ बंद है, इसलिए उनके माता पिता 'जूम' पर उन्हें आशीर्वाद देंगे. आगे उन्होंने लिखा कि जिस तरह से वे (सीओ) और उनके साथी शादी की वेदी पर चढ़े हैं उसी तरह से वे भी चढ़ने वाले हैं ताकि लाइन ऑफ ड्यूटी के बाहर शांतिपूर्वक जिंदगी बिता ‌सकें. बता दें कि निशांत सिंह, गोवा स्थित आईएनएस हंस नेवल बेस पर 303 आईएनएस स्कॉवड्रन में तैनात थे उनके सीओ, कैप्टन एम. शेयोकंद भी मिग-29के जेट के एक क्रैश में बाल-बाल बचे थे.


मिग-29 के फाइटर जेट्स का ये तीसरा बड़ा क्रैश


पिछले एक साल में मिग-29 के फाइटर जेट्स का ये तीसरा बड़ा क्रैश है. इससे पहले नवंबर 2019 में एक मिग-29 के गोवा में हादसे का शिकार हुआ था और दूसरा इसी साल फरवरी में हुआ था. आपको बता दें कि वर्ष 2013 में भारतीय नौसेना ने रूस से 45 मिग-29 के लड़ाकू विमानों का सौदा किया था. नौसेना ने इन विमानों को एयरक्राफ्ट कैरियर पर तैनात करने के लिए लिया था. हालांकि, इन फाइटर जेट्स की एक स्कॉवड्रन (आईएनएस 303), गोवा स्थित आईएनएस हंस पर तैनात है और कुछ विमान विशाखापट्टनम में भी तैनात रहते हैं. क्योंकि भारत का दूसरा एयरक्राफ्ट कैरियर, आईएनएस विक्रांत अभी बनकर तैयार नहीं हुआ है.


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