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राम मंदिर का निर्माण किस तारीख से शुरू होगा? ट्रस्ट की पहली बैठक में आज हो सकता है फैसला
श्री राम जन्म तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की बैठक का लंबे समय से सभी इंतजार कर रहे हैं. राम मंदिर निर्माण की तारीख का इंतजार कर रहे लोगों के लिए यह बैठक खास है.
नई दिल्ली: ''रामलला लला हम आएंगे, तारीख आज बताएंगे.'' दिल्ली में श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की आज पहली बैठक है. इस बैठक में आज ट्रस्ट के अध्यक्ष और सचिव का चुनाव होना है. इसके बाद बहुमत से दो सदस्यों को नामांकित किया जाएगा. साथ ही साथ इस बैठक में राम मंदिर निर्माण की शुरुआत करने के लिए तारीख का एलान भी हो सकता है.
अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का रास्ता साफ हो चुका है. आज श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की पहली बैठक है. इस बैठक में राम मंदिर निर्माण के लिए तारीख का एलान होगा. यह कहा जा सकता है, "रामलला हम आएंगे तारीख आज बताएंगे". यह बात हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि राम मंदिर आंदोलन के दौरान एक नारा बुलंद हुआ था और नारा था, "राम लला हम आएंगे, मंदिर वहीं बनाएंगे" और जब लंबे समय तक राम मंदिर निर्माण का मसला कोर्ट कचहरी और राजनीति की वजह से अटका रहा तब विरोधियों ने बीजेपी को घेरने के लिए नारा दिया, "राम लला हम आएंगे, तारीख नहीं बताएंगे", लेकिन आज वह दिन आ गया है जब राम मंदिर निर्माण की शुरुआत करने के लिए तारीख भी बताई जाएगी.
शुभ मुहूर्त पर होगा निर्माण कार्य शुरू
राम मंदिर के लिए बने ट्रस्ट के सबसे वरिष्ठ सदस्य और ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य जगद्गुरु वासुदेवानंद सरस्वती कहते हैं, " 2 अप्रैल को रामनवमी है. 6 अप्रैल को महावीर जयंती और हनुमान जयंती है. अगर इन दोनों शुभ तारीख में कोई शुभ मुहूर्त नहीं मिलता है तो फिर अक्षय तृतीया के दिन राम मंदिर निर्माण की शुरुआत हो सकती है. ट्रस्ट की बैठक में सभी की राय से यह तय होगा कि राम मंदिर के निर्माण की शुरुआत कौन सी तिथि को की जाए."
राम मंदिर निर्माण के लिए बने ट्रस्ट की पहली बैठक शाम को 5:00 बजे शुरू होगी. बैठक के लिए अयोध्या से राम जन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास खासतौर पर दिल्ली आ रहे हैं. हालांकि वे ट्रस्ट के सदस्य नहीं है लेकिन आज की ट्रस्ट की बैठक में उन्हें ट्रस्ट का सदस्य बहुमत से चुना जा सकता है. आज की बैठक में यह भी तय होगा कि राम मंदिर आंदोलन के लिए बने राम जन्मभूमि न्यास का भविष्य क्या होगा. यह माना जा रहा है कि इस न्यास को भंग भी किया जा सकता है या फिर राम जन्मभूमि न्यास को सरकार द्वारा बनाए गए राम जन्म तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट में विलीन भी किया जा सकता है. हालांकि इसका फैसला बहुमत के आधार पर ही लिया जाएगा. दूसरे सदस्य का चुनाव भी बहुमत के आधार पर होगा और यह माना जा रहा है कि इसके लिए विश्व हिंदू परिषद के चंपत राय पर सबकी सहमति बन सकती है.
मंदिर निर्माण के लिए फिर से शिलान्यास की आवश्यकता नहीं
ट्रस्ट की बैठक से पहले ट्रस्ट के कई सदस्य विश्व हिंदू परिषद के कार्यालय में एक बैठक के लिए एकत्रित होंगे. इसके बाद यह लोग सीधे शाम 5:00 बजे राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कार्यालय पहुंचेंगे और वहां पर पहली बैठक में हिस्सा लेंगे. राम मंदिर निर्माण के लिए फिर से शिलान्यास की आवश्यकता नहीं है. यह बात एबीपी न्यूज़ से खास बातचीत में ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य और राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य वासुदेवानंद सरस्वती ने कही है.
उनके मुताबिक, "मंदिर निर्माण के लिए शिलान्यास पहले ही हो चुका है और शिलान्यास जिन्होंने रखा था वह महेंद्र चौपाल इस ट्रस्ट के सदस्य भी हैं. ऐसे में अलग से शिलान्यास करने की आवश्यकता नहीं है. हां भूमि पूजन किया जा सकता है. वासुदेवानंद सरस्वती आगे जोड़ते हैं कि मंदिर निर्माण को अब शीघ्र आरंभ कर देना चाहिए और इसके लिए पहली ईंट किसी दलित के द्वारा भी रखवाई जा सकती है, किसी महात्मा के द्वारा भी रखवाई जा सकती है, किसी किसान के द्वारा भी रखी जा सकती है या फिर किसी नेता के द्वारा भी रखवायी सकती है." जाहिर तौर पर इस बैठक में राम मंदिर निर्माण से लेकर ट्रस्ट के अगले कुछ दिनों के कार्य का एजेंडा भी तय होना है.
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रुमान हाशमी, वरिष्ठ पत्रकार
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