बेंगलुरु: कर्नाटक विधानसभा में होसकोटे से निर्दलीय विधायक और चिकबल्लापुर से बीजेपी सांसद के बेटे शरत बाचेगौड़ा ने कांग्रेस में शामिल होने का स्पष्ट संकेत दे दिया है. उन्होंने कहा कि वह राष्ट्रीय दल से जुड़ना चाहते हैं जिससे उन्हें व्यापक मुद्दों पर अपनी आवाज बुलंद करने का अवसर मिलेगा.
कुछ समय से कांग्रेस में उनके शामिल होने के लग रहे कयास के बीच शरत बाचेगौड़ा ने बुधवार रात को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष डीके शिवकुमार से उनके आवास पर जाकर मुलाकात की. शरत ने कहा, ‘‘कल हुई मुलाकात का उद्देश्य आगामी ग्राम पंचायत और जिला सहकारी केंद्रीय (डीसीसी) बैंक चुनाव पर चर्चा करना था जो हम मिलकर लड़ रहे हैं.’’
मैं किसी राष्ट्रीय दल से जुड़ना चाहता हूं- शरत
उन्होंने बातचीत में कहा कि बैठक के दौरान कांग्रेस में शामिल होने के मुद्दे पर चर्चा नहीं हुई लेकिन कुछ भी पुख्ता नहीं है और अब तक इसके लिए कोई समय सीमा तय नहीं की गई है. जब पूछा गया कि क्या उन्होंने कांग्रेस में जाने का मन बना लिया है? तब शरत ने कहा, ‘‘...मैं किसी राष्ट्रीय दल से जुड़ना चाहता हूं....कई ऐसे व्यापक मुद्दे हैं जो अभी सामने आ रहे हैं और जिसपर मैं अपनी आवाज उठाना चाहता हूं. इसलिए किसी राष्ट्रीय पार्टी में शामिल होना मेरे लिए अहम है.’’
शरत को बीजेपी ने प्रत्याशी बनाया था
उल्लेखनीय है कि 37 वर्षीय शरत चिकबल्लापुर से बीजेपी सांसद बीएन बाचेगौड़ा के बेटे हैं और पूर्व में बीजेपी युवा मोर्चा के सचिव पद की भी जिम्मेदारी निभा चुके हैं. बाचेगौड़ा को बीजेपी ने उस समय पार्टी से निकाल दिया जब उन्होंने दिसंबर 2019 के उपचुनाव में बगावत कर पार्टी के आधिकारिक प्रत्याशी एमटीबी नागराज के खिलाफ मैदान में उतरने का फैसला किया. बाचेगौड़ा को बाद में बतौर निर्दलीय प्रत्याशी उपचुनाव में जीत मिली. वह कांग्रेस से आए नागराज को बीजेपी के प्रत्याशी बनाए जाने से नाराज थे. वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में शरत को बीजेपी ने प्रत्याशी बनाया था लेकिन तब कांग्रेस प्रत्याशी रहे नागराज से उन्हें हार मिली थी.
जनता दल (सेक्युलर) में शामिल होने के सवाल पर शरत ने कहा कि वह अपनी पहचान राष्ट्रीय पार्टी के साथ स्थापित करना चाहते हैं.
यह भी पढ़ें.
किसानों के मुद्दे पर बीजेपी मुख्यालय में बड़ी बैठक, गृह मंत्री और कृषि मंत्री मौजूद