Supreme Court: कोरोना के पीछे 'अंतर्राष्ट्रीय साज़िश' का पता लगाने की मांग सुप्रीम कोर्ट ने ठुकराई, कहा- हमें इलाज की बेहतर व्यवस्था पर सुनवाई करने दीजिए
Supreme Court: सुप्रीम कोर्ट ने कोरोना की दूसरी लहर के लिए ज़िम्मेदार स्ट्रेन का पता लगाने की मांग को सुनने से इनकार कर दिया है. कोर्ट ने कहा कि उसे देश में कोरोना के इलाज की व्यवस्था की चिंता है.
Supreme Court: कोविड की दूसरी लहर के लिए ज़िम्मेदार स्ट्रेन का पता लगाने की मांग सुनने से सुप्रीम कोर्ट ने मना कर दिया है. याचिकाकर्ता ने जांच के लिए अंतर्राष्ट्रीय टास्क फोर्स के गठन की मांग की थी. इस पर कोर्ट ने कहा कि उसे देश में कोरोना के इलाज की व्यवस्था की चिंता है. याचिकाकर्ता अंतर्राष्ट्रीय षड्यंत्र की चर्चा कर रहे हैं. बेहतर हो कि वह सरकार के सामने अपनी बात रखें.
भारत को बदनाम किया जा रहा है
अभिनव भारत कांग्रेस नाम की संस्था के पंकज फडनीस की याचिका में कहा गया था कि कोरोना की दूसरी लहर से भारत में लाखों मौतें हुई हैं. इसे दुनिया भर में भारतीय स्ट्रेन कह कर भारत को बदनाम किया जा रहा है लेकिन ऐसा लगता है कि यह ब्रिटेन से आया वैरिएंट था. इसका पता लगाया जाना चाहिए. इसके लिए एक अंतर्राष्ट्रीय टास्क फोर्स का गठन किया जाए. इस जांच से भविष्य में कोरोना से निपटने में भी मदद मिलेगी.
बेहतर इलाज की ही चिंता करने दिया जाए
जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़, विक्रम नाथ और हिमा कोहली की बेंच ने इस मांग को अव्यवहारिक माना. बेंच ने कहा कि याचिकाकर्ता चीन और अमेरिका के नागरिकों को शामिल कर टास्क फोर्स बनाने की मांग कर रहे हैं. लेकिन यह सब उसके अधिकार क्षेत्र में नहीं आता. कोर्ट को भारत मे लोगों के बेहतर इलाज की ही चिंता करने दिया जाए. किसी षड्यंत्र के बारे में दूसरे देशों में जो भी चर्चा चल रही है, उस पर वह सुनवाई नहीं करना चाहता.
यह भी पढ़ें.
Mega Vaccination Drive: यूपी में आज मेगा वैक्सीनेशन अभियान, 30 लाख टीकाकरण का लक्ष्य