नई दिल्ली: दिल्ली में कोरोना के आंकड़ों में अब तक का सबसे बड़ा उछाल देखने को मिल रहा है. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल इसे कोरोना की तीसरी लहर पहले ही बता चुके हैं. इस बीच सीएम केजरीवाल की ओर से दिये गये एक बयान में कहा गया है कि दिल्ली में कोरोना की तीसरी लहर है, जिस तरह हम सब ने मिलकर अब तक कोरोना की दो लहर का सामाना किया है, उसी तरह तीसरी लहर भी जल्द खत्म हो जाएगी.


जल्द खत्म होगी कोरोना की तीसरी लहर


सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि इस समय कोरोना बहुत फैला हुआ है. दिल्ली में सबसे कठिन परिस्थितियों के अंदर हम सब दिल्ली के लोगों ने मिलकर कोरोना का सामना किया है. सबसे पहले मार्च के महीने में कोरोना शुरू हुआ था. यह हमारे देश में नहीं था, बल्कि बाहर से आया था. उन दिनों बाहर से जितनी फ्लाइट आईं थी, उनमें से ज्यादा फ्लाइटें उन देशों से थी, जिन देशों में कोरोना के अधिक मामले थे. इटली, फ्रांस, लंदन में रह रहे बीमार भारतीयों को वहां से फ्लाइटें लेकर अपने देश में आई थी. वो सभी फ्लाइट दिल्ली में उतरी थीं. उन दिनों में कोई जांच नहीं थी, कोरोना नया-नया था. लगभग 32 हजार लोग बाहर से दिल्ली आए थे और उसके बाद वे दिल्ली में जगह-जगह फैल गए थे. हम लोगों ने जीरो से शुरू नहीं किया था, बल्कि दिल्ली में कई हजार केस बाहर से आए थे.


कोरोना की तीसरी लहर का ज़िक्र करते हुए केजरीवाल ने कहा कि कोरोना वायरस की यह तीसरी लहर है. पहले जून के महीने में, 23 जून को सबसे ज्यादा मामले आए थे. हम सब दिल्ली के लोगों ने मिलकर कोरोना का मुकाबला किया और उसे कम किया. उसके बाद अगस्त में थोड़े-थोड़े मामले बढ़ने लगे और 17 सितंबर को ज्यादा केस आए. इसके बाद फिर केस कम होने लगे थे. अब यह कोरोना की तीसरी लहर आई है. आज तक हमें हर काम में दिल्ली के लोगों का साथ मिला है. मैं उम्मीद करता हूं कि जैसे हमने अभी तक कोरोना की दो लहर का सामना किया और कोरोना को भगाया है, उसी तरह अब तीसरी लहर भी जल्द ही खत्म हो जाएगी.


डेगूं से इस साल अब तक एक भी मौत नहीं हुई


डेगूं से दिल्ली में इस बार एक भी मौत न होने का श्रेय अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के लोगों को दिया और कहा कि कोरोना पर भी मिलकर काबू पाना है. सीएम केजरीवाल ने कहा कि हम सब लोगों ने डेंगू का मुकाबला किया. मुझे याद है कि जब 2015 में हमारी सरकार बनी थी, उस दौरान डेंगू के काफी ज्यादा केस थे, अस्पतालों के अंदर बेड़ नहीं मिल रहे थे और 2015 में डेंगू से काफी मौत हुई थी. यह हमारी सरकार का पहला साल था. हमने धीरे-धीरे करके 5 साल में डेंगू पर काबू पा लिया. पिछले साल डेंगू से एक भी मौत नहीं हुई थी और इस साल भी डेंगू से एक भी मौत नहीं हुई. हम सब दिल्ली के लोगों ने मिलकर डेंगू के खिलाफ आंदोलन छेड़ा. अब इस कोरोना पर भी काबू पाना है.


मास्क पहनने को एक आंदोलन बनाना पड़ेगा


मास्क पहनने की ज़रूरत का ज़िक्र करते हुए केजरीवाल ने कहा कि जब तक कोरोना की दवाई नहीं आ आती, तब तक यह मास्क ही अपनी दवाई है. यह मास्क हमारे लिए सबसे बड़ा बचाव है. सीएम ने कहा कि मैं सड़क पर चलते हुए भी देखता हूं और यहां कार्यक्रम में भी सभी लोगों ने मास्क पहन रखा है, लेकिन किसी ने नाक के नीचे कर रखा है, तो किसी ने गर्दन पर कर रखा है. मैं समझ सकता हूं कि मास्क लगाने से बड़ी तकलीफ होती है, सांस लेने में दिक्कत होती है, लेकिन अपने आप को बचाने का और कोई तरीका नहीं है. कई लोगों को लगता है कि उन्हें कोरोना नहीं होगा, लेकिन कोरोना कुछ नहीं देखता है. यह न अमीर, न गरीब, न आदमी, न औरत, न बूढ़ा, न जवान देखता है और न बच्चा देखता है. यह किसी को भी हो सकता है और अगर कोरोना बिगड़ जाए, तो फिर मौत भी हो जाती है. मेरी दिल्ली के लोगों से अपील है कि सभी लोगों को मास्क पहनने को एक आंदोलन बनाना पड़ेगा. मैं समझता हूं कि अगर हम लोगों ने मास्क पहनना चालू कर दिया, तो कोरोना से हम लोग बच सकते हैं.


गौरतलब है कि दिल्ली में पिछले तीन दिन से लगातार कोरोना के 6 हज़ार से ज़्यादा मामले दर्ज किये जा रहे हैं. त्योहार के समय में आंकड़ों में और इज़ाफ़ा देखने को मिल सकता है. ऐसे में लोगों से लगातार अपील की जा रही है कि कोरोना को लेकर बनाये गये तमाम दिशा निर्देशों का पालन करें.