(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Madhya Pradesh: उफान पर आई खरगोन में नदी, एसयूवी समेत 14 कारें पानी में बहीं
MP News: मध्य प्रदेश में खरगोन नदी में जलस्तर रिकार्ड तोड़ बढ़ गया है. नदी उफनने से एसयूवी समेत 14 कार पानी में बह गई हैं. पिकनिक मनाने पहुंचे लोगों ने ऊंचे स्थान पर पहुंचकर अपनी जान बचाई है.
Khargone News : मध्य प्रदेश की खरगोन नदी इन दिनों जोरों उफान पर है. नदी में जलस्तर बढ़ने से आई बाढ़ ने नुकसान पहुंचाना भी शुरू कर दिया है. अब तक 14 कार नदी के पानी के साथ बह गई हैं. पिकनिक मनाने आए तकरीबन 50 लोगों ने किसी तरह अपनी जान बचाई है. जंगल में ऊंचे स्थानों पर पहुंचने से लोग सुरक्षित हैं. यह जानकारी सोमवार को स्थानीय पुलिस ने दी है.
बताया गया कि बारिश बाद अचानक खरगोन नदी का जलस्तर रिकार्ड तोड़ बढ़ गया. तकरीबन 50 लोग यहां पिकनिक मनाने के लिए आए हुए थे. पानी का स्तर बढ़ता देख लोग अपने वाहनों को छोड़कर जंगल में ऊंचे स्थानों पर चले गए.
खरगोन ज़िले में बड़वाह के पास काट कूट में अचानक आए पानी से इंदौर से आकर पिकनिक मनाने वालों की गाड़ियां बही, पानी में बहे वाहनों को बाद में गाँव वालों की मदद से बाहर निकाला @ABPNews pic.twitter.com/w3V5wcmjs0
— Brajesh Rajput (@brajeshabpnews) August 7, 2022
सोमवार को अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जितेंद्र सिंह पवार ने बताया कि इंदौर जिले के कई लोग रविवार शाम को बलवाड़ा थाना क्षेत्र के कटकूट जंगल में सुकड़ी नदी के आसपास थे. यह सभी लोग पिकनिक मना रहे थे. क्षेत्र में बारिश होने के बाद नदी का जलस्तर अचानक बढ़ गया. ऐसे में लोग पिकनिक मनाने की जगह अपनी अपनी गाड़ियों को छोड़कर जंगल में ऊंचे स्थानों पर चले गए. नदी का जल स्तर बढ़ा तो तकरीबन 14 कारें बह गई हैं.
ट्रैक्टर के सहारे निकाली गईं दस कार
सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और ग्रामीणों की मदद से 10 कार बाहर निकाली गईं. इसके लिए ट्रैक्टर का सहारा भी लेना पड़ा. तकनीकी खराबी के कारण यह कार स्टार्ट नहीं हो पाईं. पानी में पूरी तरह डूबने के चलते यह कारें खराब हुई हैं. लोगों को अन्य वाहनों के जरिए घर भेजा गया है.
काफी दूर बह गईं तीन कारें
पुलिस के मुताबिक तीन कार काफी दूर तक नदी के पानी में बह गईं. एक कार पुल के खंभे के पास फंस गई थी. अधिकारियों ने स्थानीय पुलिस को इलाके में एक बोर्ड लगाने के निर्देश दिये हैं. जिससे ऐसी जगहों पर अचानक पानी बढ़ने के खतरे की सूचना लोगों के पास पहले से ही हो.
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