नई दिल्ली: संसद के शीतकालीन सत्र पर कल से कांग्रेस लगातार हमलावर थी. कांग्रेस अध्य़क्ष सोनिया गांधी ने कहा था कि मोदी सरकार में संसद का सामना करने की हिम्मत नहीं है. इसका पलटवार करते हुए वित्त मंत्री अरुण जेटली ने जवाब दिया कि चुनाव की वजह से सत्र में देरी हो रही है.


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अब सरकार की तरफ से केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने साफ कर दिया है कि संसद का शीतकालीन सत्र दिसंबर में होगा औऱ सभी मुद्दों पर चर्चा होगी. उन्होंने कहा, ''ससंद की गरिमा के प्रति कांग्रेस के बढ़ते प्रेम को देखकर आश्चर्य हो रहा है. हम कांग्रेस से जानना चाहते हैं कि राहुल गांधी संसद में रहते कितना हैं?.''


 

कांग्रेस ने लगाया था शीत सत्र में देरी करने का आरोप

बता दें कि आज कांग्रेस ने एक साथ मोदी सरकार पर जानबूझ कर संसद के शीत सत्र में देरी करने का आरोप लगाया था.

कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा, "बिना किसी कारण के संसद का शीतकालीन सत्र जो नवंबर में होता है नहीं हो रहा है. संसदीय कार्यमंत्री को भी इस बारे में नहीं पता. जिस तरह से बाकी मंत्रियों को भी कन्फर्म नहीं होता क्योंकि निर्देश पीएमओ से आते हैं.'' (यहां पढ़ें पूरी खबर)


वहीं कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी ने कहा था, ''मोदी सरकार के घमंड के चलते संसदीय लोकतंत्र प्रभावित हुआ है. हल्की वजह बताकर शीत सत्र को नुकसान पहुंचाया गया. अगर कोई लोकतंत्र के मंदिर पर ताला लगाने की सोचता है तो ये गलत है.'' (यहां पढ़ें पूरी खबर)