रामलला के भव्य मंदिर के निर्माण के भूमि पूजन के बाद यूपी की योगी सरकार अब समूची अयोध्या नगरी के विकास की योजना पर काम कर रही है. इस बारे में यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य का कहना है कि कोरोना की महामारी की वजह से सरकार के सामने आर्थिक संकट है, लेकिन अयोध्या के विकास की जो योजना सरकार ने पहले से तैयार कर रखी है, उसमे धन की कमी आड़े नहीं आने दी जाएगी. सरकार अयोध्या के विकास के लिए पर्याप्त आर्थिक मदद मुहैया कराई जाएगी. केशव मौर्य के मुताबिक़ अयोध्या के साथ ही वाराणसी और प्रयागराज को भी धार्मिक स्थल के तौर पर विकसित किया जाएगा. सरकार अयोध्या - काशी और प्रयागराज को धार्मिक त्रिवेणी के तौर पर विकसित करेगी.


परशुराम की मूर्ति लगाए जाने की पॉलिटिक्स


केशव मौर्य ने कहा है कि भगवान परशुराम को लेकर विपक्षी पार्टियां भले ही सियासत कर रही हों, लेकिन हकीकत यह है कि सपा - बसपा और कांग्रेस मुद्दा विहीन हो गई हैं. इनके पास अब कोई मुद्दा नहीं बचा है. तीनों पार्टियां इसीलिये बेवजह के विवाद खड़े करती हैं. उनके मुताबिक़ तीनों पार्टियां 2022 का विधानसभा चुनाव साथ मिलकर लड़ने की तैयारी में हैं, लेकिन साथ लड़ने के बावजूद तीनों पार्टियों को पिछले चुनावों की तरह ही हार का सामना करना पड़ेगा.


काशी -मथुरा का एजेंडा


अयोध्या में रामलला के मंदिर निर्माण की शुरुआत होने के बाद अब काशी और मथुरा के मंदिरों को लेकर भी आवाज़ उठने लगी है. इस पर केशव मौर्य का कहना है कि अभी तो सभी लोग राम मंदिर के भूमि पूजन के उत्सव में डूबे हुए हैं. उनके मुताबिक़ काशी और मथुरा सरकार का विषय नहीं है. यह जिनका विषय है, वह आने वाले दिनों में इस पर अपने हिसाब से विचार करेंगे.