(Source: Poll of Polls)
Pralhad Joshi Slams Rahul Gandhi: 'उन्हें गंभीरता से लेने की जरूरत नहीं', आखिर ऐसा कहां और क्यों बोले केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी
Pralhad Joshi: केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आप सभी राहुल गांधी को गंभीरता से क्यों लेते हैं? सभी संस्थान अच्छी तरह से काम कर रहे हैं... जब भी वे (कांग्रेस) हारते हैं, तो वे संस्थाओं को दोष देते हैं.'
Pralhad Joshi News: केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने रविवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी की इस टिप्पणी पर पलटवार किया कि आरएसएस और भाजपा ने देश के सभी संस्थानों पर कब्जा कर लिया है. प्रह्लाद जोशी ने राहुल गांधी पर तंज कसते हुए कहा कि आप सभी लोग उनको गंभीरता से क्यों लेते हैं. इसके साथ-साथ उन्होंने यह भी कहा कि बीजेपी के राज में सभी संस्थान अच्छे से काम कर रहे हैं.
राहुल गांधी ने हाल ही में दावा किया है कि आरएसएस और बीजेपी ने देश के सभी संस्थानों पर कब्जा कर लिया है और संविधान केवल नाम के लिए मौजूद है. राहुल गांधी के इस बयान पर तमाम भाजपा नेता पलटवार कर रहे हैं. केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि आप सभी राहुल गांधी को गंभीरता से क्यों लेते हैं? सभी संस्थान अच्छी तरह से काम कर रहे हैं... जब भी वे (कांग्रेस) हारते हैं, तो वे संस्थाओं को दोष देते हैं.'
संस्थानों पर कब्जा करना कांग्रेस की संस्कृति
जोशी के साथ-साथ बीजेपी राज्यसभा सांसद जुगल ठाकोर लोखंडवाला ने भी राहुल गांधी पर पलटवार करते हुए कहा कि संस्थानों पर कब्जा करना कांग्रेस की संस्कृति है. बीजेपी सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास में विश्वास करता है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस मंत्र पर काम करते हैं.
राहुल गांधी को इतिहास पर गौर करना चाहिए
जुगल ठाकोर ने राहुल के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि मुझे नहीं लगता, राहुल गांधी के बयान पर प्रतिक्रिया देना सही है क्योंकि उन्हें नहीं पता कि आरएसएस क्या है और बीजेपी क्या है और कैसे काम करती है. यह उन्हें पता होना चाहिए कि किसने आपातकाल लगाया और किसने पूरे देश को नियंत्रण में रखा. संस्थानों पर कब्जा करने की नीति कांग्रेस की रही है और उन्हें (राहुल गांधी) अपने इतिहास पर गौर करना चाहिए. कांग्रेस के लोग क्या कर रहे हैं?
राहुल के इस बयान पर भी मचा था बवाल
'भारत जोड़ो यात्रा' के दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भाजपा और आरएसएस पर हमला करते हुए कहा था कि वे 'जय श्री राम' कहते हैं न कि 'जय सिया राम', क्योंकि वे सीता की पूजा नहीं करते हैं. इस पर खूब हंगामा मचा था. बीजेपी नेताओं ने राहुल के इस बयान पर जमकर प्रतिक्रियाएं दी थी.