JNU में रामनवमी पर नॉन वेज खाने को हुआ बवाल या फिर कोई और है राज? जानें इनसाइड स्टोरी
रागिब ने कहा कि इस बात से वेंडर डर जाता है और फिर भी मैं दूसरी बार उनको बुलाता हूं लेकिन उनको फिर से भगा दिया जाता है. उसने कहा कि उस दिन बाकी बच्चों ने खाना नहीं खाया, मैंने भी नहीं खाया.
जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय के कावेरी हॉस्टल में रामनवमी के दिन पर नॉन वेज खाने और हवन को लेकर छात्रों के दो गुट आपस में भिड़ गए थे. इस घटना में 20 लोगों को चोट आई थी. दिल्ली पुलिस ने इस मामले में FIR भी दर्ज की है.
कावेरी हॉस्टल के मेस सचिव रागिब ने ABP से बातचीत करते हुए कहा कि मैं किसी पार्टी से नहीं हूं. उसने नवरात्री के दिन हुए झड़प की बात करते हुए कहा कि ये इतना बड़ा मुद्दा नहीं था जीतना बड़ा मुद्दा बनाया गया है. मुद्दा बस नॉन वेज और वेज का था. एक दिन पहले मुझे वार्डन की तरफ से मैसेज आता है कि रामनवमी के दिन नॉन वेज नहीं बनेगा. मैंने उनको कह दिया कि मेन्यू चेंज करने का ये तरीका सही नहीं है. अगर आपको मेन्यू चेंज करना है तो लिखित में दे दीजिए या फिर खाने के टाइम पर मेस में आकर बच्चों को बताइए की नॉन वेज क्यों नहीं बनना चाहिए.
रागिब ने कहा कि आप खाना क्यों इंपोज कर रहें हैं? यहां भी वो नहीं मानते हैं. फिर रविवार के दिन जब मेस सुपरवाइजर की ओर से मीट का ऑर्डर जाता है और मीट सप्लाई करने के लिए वेंडर आने वाला होता है तो सुबह में उसे फोन जाता है कि अगर तुम आए तो तुम्हारा जेएनयू में बिजनेस बंद करा देंगे. रागिब ने कहा कि इस बात से वेंडर डर जाता है और फिर भी मैं दूसरी बार उनको बुलाता हूं लेकिन उनको फिर से भगा दिया जाता है. उसने कहा कि उस दिन बाकी बच्चों ने खाना नहीं खाया, मैंने भी नहीं खाया.
हॉस्टल में करीब 270 छात्र रहते हैं
हॉस्टल कमिटी के अध्यक्ष नवीन ने कहा कि रविवार के दिन हॉस्टल में नॉन वेज नहीं बना. हॉस्टल में करीब 270 छात्र रहते हैं उसमे 120 लोगों का वेज खाना बना था लेकिन बाकी के छात्रों के लिए खाना बना ही नहीं. उस दिन आधे छात्र भूखे रहे थे. नवीन ने कहा कि मेन मुद्दा यही था की अब छात्र क्या खाएं. अगर लेफ्ट ने हवन में बाधा डाली होती तो कुछ तो सबूत होगा वीडियो होगा या फोटो होगी. 6:30 बजे से पहले पूजा हो गई थी फिर इफ्तार होती है तब तक सब कुछ शांत रहता है लेकिन बवाल 7:30 शाम के बाद होता है.
कावेरी के छात्रों से बात करने की अपील
कावेरी हॉस्टल में मेस सचिव ने कहा कि रजिस्ट्रार से अपील है की आप कावेरी के छात्रों से बात करिए लेकिन उन्होंने कुछ गिने चुने लोगों से बात की थी आपने और उसके आधार पर एकतरफा प्रेस रिलीज जारी कर दिया था. उन्होंने कहा कि अगर पूजा को लेकर झगड़ा होता है तो 4 से 7 के बीच हो जाता. लेकिन 7.30 खाने का समय होता है. हालांकि हॉस्टल कमिटी के अध्यक्ष नवीन कुमार ने कहा कि हमने प्रेस रिलीज जारी की है जिसमे ये कहा गया है कि हवन में कोई बाधा नहीं डाली गई है. मैं खुद ब्राह्मण हूं, पूजा करता हूं.
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