VIDEO: कोरोना काल में मजदूरों की हुई कमी तो केरल में ड्रोन बना किसानों का मददगार
केरल के कोट्टयम जिले के किसान अपने खेतों में ड्रोन का इस्तेमाल कर उर्वरकों का छिड़काव कर रहे हैं.स्थानीय लोगों का कहना है कि “ कृषि विज्ञान केंद्र, कुमारकोम की मदद से हम कृषि भूमि में उर्वरको के छिड़काव के लिए ड्रोन का उपयोग कर रहे हैं.”

कोरोना संकट काल में लोगों को कई समझौतों के साथ आगे बढ़ने के प्रयास करने पड़ रहे हैं. केरल राज्य के कोट्टयम जिले में भी किसान कुछ ऐसा ही कोशिश कर रहे हैं. दरअसल कोरोना के कारण यहां खेतों में काम करने वाले मजदूर अपने-अपने घर लौट चुके हैं, ऐसे में मजदूरों की कमी होने पर खेतों में उर्वरक का छिड़काव करने में समस्या आ रही थी. लेकिन इन हालात में तकनीक का सहारा लेकर केरल के कोट्टयम जिले के किसानों ने अपनी परेशानी का हल निकाल लिया है.
खेतों में ड्रोन से किया जा रहा उर्वरक का छिड़काव
बता दें कि कोट्टयम जिले के किसान अपने खेतों में ड्रोन का इस्तेमाल कर उर्वरकों का छिड़काव कर रहे हैं. इस संबंध में स्थानीय लोगों का कहना है कि “ कृषि विज्ञान केंद्र, कुमारकोम की मदद से हम कृषि भूमि में उर्वरको के छिड़काव के लिए ड्रोन का उपयोग कर रहे हैं.”
ड्रोन से कम समय में बड़े हिस्से पर हो सकता है छिड़काव
खेती में ड्रोन का उपयोग पहले भी कई जगहों पर होता रहा है लेकिन अब भारत में इसके इस्तेमाल का दायरा बढ़ाने की कवायद शुरू हो चुकी है. गौरतलब है कि बड़े रकबे के खेतों में कीटनाशक का छिड़काव करना किसानों के लिए काफी परेशानी वाला काम होता है. ऐसे में ड्रोन इसमे काफी मदद कर सकता है. ड्रोन की सहायता से काफी कम समय में ही बड़े हिस्से पर छिड़काव संभव है. छिड़काव के लिए बाजार में स्प्रिंग ड्रोन मौजूद है. इस ड्रोन में कीटनाशक या उर्वरक डालकर खेतों में छिड़काव किया जा सकता है. यह पूरी तरह बैटरी संचालित है और इसे रिमोट से ऑपरेट किया जाता है.
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