जयपुर: राजस्थान के उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने मंगलवार को कहा कि हाल ही में सम्पन्न हुए राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस के दोनों उम्मीदवारों की जीत से यह स्पष्ट हो गया है कि चुनाव से पहले जो भी कुछ कहा गया उसका कोई औचित्य नहीं था. पार्टी के प्रदेश मुख्यालय पर संवाददाताओं से बातचीत में पायलट ने कहा कि राज्यसभा चुनाव में हमारी अपेक्षा के अनुसार सभी निर्दलीय और सहयोगी पार्टियों के विधायकों ने हमारे पक्ष में मतदान किया.


चुनाव से पहले पार्टी ने जो दावा किया था, वो सही निकला- पायलट 


उप मुख्यमंत्री ने कहा, 'राज्यसभा चुनाव में हमारा जो संख्या बल था, उसी के आधार पर पार्टी के दोनों उम्मीदवारों को बहुमत मिला और हमने जो मूल्यांकन किया था वो सही निकला. हमारी पार्टी के विधायक, निर्दलीय विधायक एवं हमारे समर्थक दलों के विधायक सभी साथ रहे.'


पायलट ने आगे कहा, ‘चुनाव से पहले मैंने जो दावा किया था वो सही निकला. इसका मतलब है कि जितनी बातें कहीं गई सब निराधार थीं. चाहे किसी ने कहीं से भी बोली हों.’


गौरतलब है कि पायलट ने राज्यसभा चुनाव से पहले दावा किया था कि चुनावों में कांग्रेस पार्टी के दोनों उम्मीदवार जीतेंगे.


उन्होंने कहा कि राज्यसभा चुनाव में 100 प्रतिशत उसी प्रकार का मतदान हुआ और संख्या बल के आधार पर प्रचंड बहुमत लेकर हमारे दोनों उम्मीदवार के सी वेणुगोपाल और नीरज डांगी राज्यसभा सदस्य बने. इसका मतलब यह हुआ कि इस दौरान जो भी कुछ कहा गया या कहलवाया गया, उसका कोई औचित्य नहीं था.


उल्लेखनीय है कि चुनाव से पहले विधायकों को कथित तौर पर प्रलोभन दिए जाने को लेकर कांग्रेस और भाजपा में काफी बयानबाजी हुई थी. मुख्यमंत्री गहलोत ने आरोप लगाया था कि भाजपा कुछ विधायकों को प्रलोभन दे रही है. हालांकि, भाजपा ने इसका खंडन किया था.


भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष के आरोप में कोई सच्चाई नहीं- पायलट


इसके साथ पायलट ने राज्य सरकार की तरफ से कांग्रेस उम्मीदवारों के पक्ष में मतदान करने के लिए कुछ विधायकों को खानों, जमीनों आदि की पेशकश किए जाने के भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां के आरोपों को भी खारिज कर दिया.


उन्होंने कहा कि भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष के आरोप में कोई सच्चाई नहीं है और कहीं ना कहीं वह बचाव की मुद्रा में हैं.


राजनीतिक नियुक्तियों के बारे में पायलट ने कहा, 'राजनीतिक नियुक्तियों के लिए जो समन्वय समिति बनाई गई है, उसी के माध्यम से ही नियुक्तियां होगी और नई नियुक्तियां और नियुक्तियों में फेरबदल का निर्णय भी उसी समिति की बैठक में होगा.'


उन्होंने आगे कहा कि वह प्रदेश कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष हैं और कार्यकर्ता खून पसीना बहाकर इस पार्टी को सत्ता में लेकर आये हैं.


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