नई दिल्ली: दिल्ली में कोरोना खतरनाक गति से बढ़ रहा है. इस बीच दिल्ली सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए दिल्ली के 14 प्राइवेट और 4 सरकारी अस्पतालों को पूर्ण रूप से कोरोना अस्पताल घोषित कर दिया गया है. इसी के साथ दिल्ली सरकार के 2 अस्पतालों को आंशिक रूप से कोरोना अस्पताल बनाया गया है.
इन प्राइवेट अस्पतालों को बनाया गया कोरोना हॉस्पिटल
- श्री बालाजी एक्शन मेडिकल इंस्टीट्यूट, पश्चिम विहार
- जयपुर गोल्डन हॉस्पिटल, रोहिणी
- माता चानन देवी हॉस्पिटल, जनकपुरी
- पुष्पावती सिंघानिया हॉस्पिटल, साकेत
- मणिपाल हॉस्पिटल, द्वारका
- सरोज सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल
- इंद्रप्रस्थ अपोलो हॉस्पिटल, सरिता विहार
- सर गंगा राम हॉस्पिटल
- होली फैमिली हॉस्पिटल, ओखला
- महाराजा अग्रसेन, पंजाबी बाग
- मैक्स हॉस्पिटल, शालीमार बाग
- फॉर्टिस हॉस्पिटल, शालीमार बाग
- मैक्स हॉस्पिटल, साकेत
- वेंकटेश्वर हॉस्पिटल, द्वारका
इन सरकारी अस्पतालों को पूर्ण रूप से बनाया गया कोरोना अस्पताल
- आरजीएसएस हॉस्पिटल
- बुरारी हॉस्पिटल
- डीसीबी अस्पताल
- अंबेडकर नगर अस्पताल
वहीं डीडीयू अस्पताल, और बीएसए हॉस्पिटल को आंशिक रूप से कोरोना अस्पताल बनाया गया है.
खतरनाक होता कोरोना
दिल्ली में सोमवार को कोविड-19 के अब तक के सर्वाधिक 11,491 नए मामले आए तथा 72 और लोगों की मौत हो गयी. स्वास्थ्य विभाग द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के मुताबिक संक्रमण दर बढ़कर 12.44 प्रतिशत हो गयी है, जो एक दिन पहले 9.43 प्रतिशत थी. दिल्ली में पांच दिसंबर के बाद मौत के सबसे ज्यादा मामले आए हैं. पांच दिसंबर को 77 लोगों की मौत दर्ज की गयी थी.
बैंक्वेट हॉल कोविड देखभाल केंद्र में तब्दील
कोविड-19 के मामलों में बढ़ोतरी और अस्पतालों में बिस्तर की कमी को देखते हुए दिल्ली सरकार ने बैंक्वेट हॉल जैसे वैकल्पिक स्थानों पर कोरोना वायरस रोगियों के लिए सुविधाएं देनी शुरू की हैं.
अधिकारियों ने बताया कि मध्य जिला के जिलाधिकारी ने दरियागंज में लोकनायक जयप्रकाश नारायण अस्पताल के सामने शहनाई बैंक्वेट हॉल को कोविड देखभाल केंद्र में तब्दील करने का आग्रह किया था, जिसके बाद वहां 120 बस्तरों वाला कोविड-19 देखभाल केंद्र शुरू किया गया है और फिलहाल यहां करीब 23 रोगी भर्ती हैं. दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि जरूरत के मुताबिक विभिन्न स्थानों पर अस्थायी कोविड-19 देखाभल केंद्र बनाए जाएंगे.