गुजरात विधानसभा चुनाव रिजल्ट 2017: नतीजे सामने आ चुके हैं. बीजेपी साफ तौर पर सरकार बनाने जा रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस रणभूमि के सबसे बड़े लड़ैया साबित हुए हैं और अमित शाह सबसे बड़े रणनीतिकार. कांग्रेस का प्रदर्शन काफी संतोषजनक रहा है. राहुल गांधी ने ट्वीट करके अपनी हार स्वीकार कर ली है. राजनीति के जानकार कह रहे हैं कि ये बीजेपी की जीत नहीं है बल्कि कांग्रेस ने खुद जीत उसके हाथ में दे दी. कांग्रेस के नेता मणिशंकर अय्यर, कपिल सिब्बल और सलमान निजामी के बयानों का बीजेपी की जीत में बड़ा रोल रहा.


मणिशंकर अय्यर
कहते हैं कि कमान से निकला तीर और मुंह से निकली बात लौट कर वापस नहीं आते. कांग्रेस ने मणिशंकर अय्यर को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया लेकिन फिर भी असर को कम नहीं कर पाए. दरअसल मणिशंकर अय्यर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नीच कहा था जिसके बाद पीएम मोदी ने अपनी हर रैली में इस बात का जिक्र किया. गौर करें तो पता चलता है कि पहले राउंड में कांग्रेस का प्रदर्शन अच्छा रहा है लेकिन दूसरे राउंड में ये नीचकांड कांग्रेस पर भारी पड़ गया. दूसरे राउंड में राहुल ने 16 रैलियां भी कीं लेकिन मणिशंकर अय्यर वो कर चुके थे जिसकी भारपाई कांग्रेस नहीं कर सकी.


कपिल सिब्बल
गुजरात चुनाव के बीच में ही राम मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई जहां कांग्रेस के दिग्गज नेता कपिल सिब्बल का विरोधी वकील के तौर पर अदालत में आना और सुनवाई टालने के लिए दलील देना कांग्रेस के लिए नुकसानदायक रहा. गुजरात में हिन्दुत्व हमेशा से महत्वपूर्ण मुद्दा रहा है और बीजेपी का सबसे मजबूत कार्ड भी. कपिल सिब्बल के अदालत में होने से जनता के बीच संदेश गया कि वे राम मंदिर के विरोध में केस लड़ रहे हैं और इसे बीजेपी ने बखूबी भुनाया.


सलमान निजामी
सलमान निजामी वैसे तो कांग्रेस के बड़े नेता नहीं रहे हैं लेकिन पीएम मोदी ने एक चुनावी जनसभा में उनका जिक्र किया. प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस के एक नेता सलमान निजामी ने ट्विटर पर मुझसे मेरे माता-पिता के बारे में पूछा है. उन्होंने देश के सैनिकों का बलात्कारी कह कर अपमान किया है. उन्होंने लिखा है कि हर घर से अफजल निकलेगा. हालांकि सलमान निजामी ने कहा कि उनका ट्विटर हैक किया गया था. उन्होंने हर आरोप को खारिज कर दिया और कांग्रेस आलाकमान ने भी इसे खास तवज्जो नहीं दी.