(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Corona Medicine: कोरोना के इलाज के लिए हैं ये तीन दवाइयां, जानिए बनाने वाली कंपनी और दवा के दाम
भारत में इस वक्त 3 ऐसी एंटी वायरल ड्रग उपलब्ध हो रहे हैं, जिनसे देश में तेजी से बढ़ रहे कोरोना संक्रमितों का इलाज किया जा रहा है. हालांकि, ये सभी दवाएं इस बीमारी का एक तय इलाज नहीं हैं, लेकिन इनसे संक्रमण की अवधि को कम करने में मदद मिली है.
नई दिल्लीः कोरोना वायरस के इलाज के लिए अभी भी दुनिया को एक प्रभावी वैक्सीन का इंतजार है. रूस ने दुनिया की पहली कोरोना वैक्सीन बनाने का दावा किया है लेकिन उस वैक्सीन पर विश्व स्वास्थ्य संगठन समेत कई देश संदेह जता चुके हैं. ऐसे में फिलहाल इस बीमारी के इलाज के लिए कुछ अलग-अलग दवाओं का इस्तेमाल किया जा रहा है, जिनका मरीजों पर असर भी दिखा है.
भारत में इस वक्त 3 ऐसी एंटी वायरल ड्रग उपलब्ध हो रहे हैं, जिनसे देश में तेजी से बढ़ रहे कोरोना संक्रमितों का इलाज किया जा रहा है. हालांकि, ये सभी दवाएं इस बीमारी का एक तय इलाज नहीं हैं, लेकिन इनसे संक्रमण की अवधि को कम करने में मदद मिली है.
देश में इन 3 कंपनियों की दवाओं पर जोर है, जिनकी कीमत भी अन्य दवाओं से कम है.
सिप्लेंजा (Ciplenza)- बहुचर्चित एंटीवायरल ड्रग फैविपीराविर का भारतीय संस्करण है- सिप्लेंजा. इस दवा को भारत की बड़ी फार्मा कंपनी सिप्ला (Cipla) ने अगस्त के पहले सप्ताह में लॉन्च किया था. इसका इस्तेमाल आपातकालीन स्थिति में कोरोना मरीजों के इलाज के लिए किया जा रहा है. कंपनी ने इसकी कीमत 68 रुपये प्रति टैबलेट रखी है. इसे मुख्य रूप से अस्पतालों के माध्यम से ही मरीजों को उपलब्ध कराया जा रहा है, ताकि दवा सही से मरीजों तक पहुंच सके.
रेमडेसिविर (Remdesivir)- इस दवा का विकास अमेरिकी कंपनी गिलीड ने कुछ साल पहले किया था. तब यह अफ्रीकी महाद्वीप में कहर बरपाने वाले इबोला वायरस के इलाज के लिए इस्तेमाल की गई थी. हाल के दिनों में कोरोना मरीजों पर भी इसका असर दिखा है और ऐसे में कई देशों में इसका जेनेरिक वर्जन उतारा गया है. भारत में भी कुछ कंपनियों ने ऐसा किया है. वहीं जायडस कैडिला (Zydus Cadila) ने 12 अगस्त को देश में इस दवा के सबसे सस्ते जेनेरिक वर्जन को बाजार में उतारा. इसकी कीमत 2,800 रुपये प्रति 100 मिलीग्राम है.
फैविलो (Favilow)- सिप्ला की तरह ही एक और भारतीय कंपनी बाजार में फैवीपिराविर का वर्जन उतार रही है. हैदराबाद स्थित MSN लेबॉरेट्रीज 15 अगस्त को फैविपीराविर का जेनेरिक वर्जन लॉन्च करेगी. इसका नाम फैविलो रखा गया है. रिपोर्टस के मुताबिक, यह दवा 200mg टैबलेट के रूप में मिलेगी और इलाज पूरा करने के लिए मरीज को 34 टैबलेट लेनी होंगी. इसकी कीमत सिर्फ 33 रुपये प्रति टैबलेट होगी.
ये भी पढ़ें
जायडस कैडिला ने COVID-19 में उपयोगी दवा रेमडेसिविर का जेनेरिक संस्करण उतारा, इतनी है कीमत
ऑनलाइन गेमिंग की आड़ में चीनी ठग ने लूटे 1100 करोड़ रुपए, हैदराबाद पुलिस ने किया गिरफ्तार