मुंबई: मुंबई में शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस ने मिलकर सरकार बनाई. उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री पद की शपथ भी ले ली, लेकिन अभी तक मंत्रालय का बंटवारा नहीं हो पाया है.
महाराष्ट्र में सरकार बनाने को लेकर काफी दिनों तक घमासान चला. आखिरकार 18वें सीएम के रूप में शिवसेना के चीफ उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री के पद पर शपथ ली. उद्धव ठाकरे, ठाकरे परिवार के पहले ऐसे सदस्य हैं जो सीएम पद पर बैठे हैं. सूत्रों के मुताबिक शिवसेना रामदास कदम, अनिल परब, सुनील प्रभू, दीपक केसरकर ,उद्या सामंत, तानाजी सावंत, गुलाबराव पाटील ,आशिष जैस्वाल, संजय राठोड़
और सुहास कांदे को मंत्री का पद दे सकती है. वहीं एनसीपी की तरफ से अजित पवार, दिलीप पाटील, धनंजय मुंडे, हसन मुश्रीफ, नवाब मलिक, राजेश टोपे, अनिल देशमुख और जितेंद्र आव्हाड़ को मंत्री बनाया जा सकता है.
कांग्रेस की तरफ से अशोक चव्हाण, पृथ्वीराज चव्हाण, विजय वडेट्टीवार, वर्षा गायकवाड, यशोमती ठाकूर, सुनील केदार, सतेज पाटील, के सी पाडवी और विश्वजित कदम को मंत्री बनाया जा सकता है. सूत्रों का कहना है कि एनसीपी को वित्त, गृहनिर्माण, कृषि, पीडब्ल्यूडी और सार्वजनिक आरोग्य कॉपरेटिव मंत्रालय मिल सकता है. शिवसेना अपने पास गृह, नगर विकास, परिवहन, उद्योग, सामाजिक न्याय, पर्यावरण और उच्च व तंत्रशिक्षण मंत्रालय रख सकती है. वहीं कांग्रेस को राजस्व, ऊर्जा, जलसंपदा, आदिवासी विकास, वैदकीय शिक्षा, शालेय शिक्षा और महिला व बालकल्याण मंत्रालय मिल सकता है.
आपको बता दें कि उद्धव ठाकरे के साथ शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस के दो-दो मंत्रियों ने भी शपथ ली थी. एनसीपी की ओर से छगन भुजबल और जयंत पाटिल ने शपथ ली थी. शिवसेना की ओर से सुभाष देसाई और एकनाथ शिंदे ने शपथ ली थी. वहीं कांग्रेस की ओर से नितिन राउत और बालासाहेब थोराट ने मंत्री पर की शपथ ली थी. सरकार बनाने से पहले ही एनसीपी, शिवसेना और कांग्रेस के बीच पदों के बंटवारे को लेकर चर्चा हो गई थी. जिसमें तय किया गया कि सीएम का पद शिवसेना को दिया जाएगा. डिप्टी सीएम का पद एनसीपी के खाते में जाएगा. वहीं कांग्रेस पार्टी के सदस्य को स्पीकर का पद मिलेगा. एनसीपी ने अभी तक किसी को भी डिप्टी सीएम नहीं बनाया है.
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