शपथग्रहण समारोह: छह दिन पहले आए पांच राज्यों के चुनाव नतीजों में शानदार जीत के साथ आज तीन राज्यों में अपने मुख्यमंत्री का शपथग्रहण समारोह आयोजित कर रही कांग्रेस के लिए विपक्षी एकजुटता के हिसाब से ये दिन बहुत बड़ा है, इसके मायने भी बहुत अहम हैं. लेकिन जो चीजें सामने आ रही है वह इस खुशी के मौकै पर कांग्रेस के लिए परेशान करने वाला है. कर्नाटक में इसी साल 23 मई को मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी के शपथग्रहण समारोह में जो तस्वीर उभरी थी, आज सबकी नजरें इस बात पर हैं कि क्या वो तस्वीर दोबारा इस शपथग्रहण समारोह में दोहराई जाएगी या नए चेहरे समारोह की जान बनेंगे.


दिलचस्प बात ये है कि इस शपथग्रहण समारोह से एक दिन पहले दक्षिण भारत की राजनीति में अपना बड़ा मुकाम रखने वाली डीएमके के नेता एमके स्टालिन ने अपनी तरफ से राहुल गांधी को प्रधानमंत्री के उम्मीदवार के तौर पर पेश किया, लेकिन कांग्रेस के लिए सबसे बड़ा झटका ये है कि आज के शपथग्रहण समारोह में विपक्ष की तीन बड़ी धूरी मायावती, अखिलेश यादव और ममता बनर्जी का गैर हाजिर रहना बड़े संकेत हैं कि विपक्षी एकता में सबकुछ ठीक नहीं है.


राजस्थान में सुबह अशोक गहलोत 10 बजे शपथग्रहण समारोह है और मध्य प्रदेश में दोपहर एक बजे कमलनाथ सीएम पद की शपथ लेंगे. शाम 5 बजे भुपेश सिंह बघेल सीएम पद की शपथ लेंगे.


कौन-कौन हारिजर होंगे-
खबरों के मुताबिक कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को उम्मीद है कि इन तीन शपथग्रहण समारोह में आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू मौजूद रहेंगे. इस समारोह में पूर्व पीएम एचडी देवगौड़ा, कर्नाटक के मुख्यमंत्री कुमारस्वामी, जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम फारूक अब्दुल्लाह और बिहार में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव बड़े नाम हैं. इसमें अरविंद केजरीवाल की पार्टी के नेता संजय सिंह भी शामिल होंगे. उनके शामिल होने से इस बात के संकेत मिलेंगे कि क्या दिल्ली में आने वाले दिनों में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस में क्या कोई गठबंधन की राह तैयार हो सकती है. मोदी कैबिनेट से हाल में ही नाता तोड़ने वाले उपेंद्र कुशवाहा भी शरीक रहेंगे. बिहार के पूर्व सीएम जीतन राम मांझी भी इस समारोह का हिस्सा होंगे. डीएमके नेता एमके स्टालिन और कनिमोझी भी इस शपथ का हिस्सा होंगे.


कौन-कौन गैर जाहिर रहेंगे-
कांग्रेस के लिए झटका ये है कि विपक्ष की एक बड़ा चेहरा और पश्चिम बंगाल की सीएम ममत बनर्जी इस समारोह का हिस्सा नहीं होंगी. बल्कि उनकी तरफ से पार्टी के प्रतिनिधि शामिल होंगे.


इसके साथ ही बीएसपी की मुखिया मायावती भी शपथग्रहण में शामिल नहीं होंगी. हालांकि, उनकी पार्टी ने मध्य प्रदेश में सरकार के समर्थन का एलान किया है. इसके साथ ही विपक्ष का एक और बड़े चेहरा अखिलेश यादव भी इस कार्यक्रम में शरीक नहीं हो रहे हैं.


बता दें कि पांच राज्यों के चुनाव नतीजों में तीन राज्यों में कांग्रेस ने शानदार जीत दर्ज की है. राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस ने बीजेपी से सत्ता की गद्दी छीन ली है. हालांकि, मिजोरम में कांग्रेस के हाथ से सत्ता चली गई है, जबकि तेलंगाना में टीआरएस दोबारा सरकार बनाने में कामयाब रही.


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