देशभर में कोरोना के मामलों में तेजी से इजाफा हो रहा है. रोजाना साढ़े तीना लाख से चार लाख की बीच मामले सामने आ रहे हैं. ऐसे में संक्रमित मरीजों को ऑक्सीजन की सख्त जरूरत पड़ रही है. राज्य सरकारों द्वारा केंद्र से लगातार ऑक्सीजन देने की मांग की जा रही है. देश के पांच ऐसे राज्य जहां कोरोना संक्रमितों की संख्या सबसे ज्यादा है, वहां पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन नहीं दी जा रही है. ऑक्सीजन की मांग करने वाले राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की संख्या में भी बढ़ोतरी हुई है.
देश में पांच ऐसे राज्य हैं जहां संक्रमितों की संख्या सबसे ज्यादा है. इन राज्यों में केरल, महाराष्ट्र, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश और राजस्थान शामिल हैं. 8 मई को जारी एक सरकारी आर्डर में कहा गया कि अबसे महाराष्ट्र को 1779 मीट्रिक टन, कर्नाटक को 1,015 मीट्रिक टन, केरल को 223 मीट्रिक टन, उत्तर प्रदेश को 894 मीट्रिक टन सप्लाई की जाएगी. इसके बाद इन राज्यों द्वारा केंद्र से लगातार ऑक्सीजन सप्लाई बढ़ाने की मांग की जा रही है.
जरूरत से कम मिल रहा ऑक्सीजन
इससे पहले 24 अप्रैल को एक आर्डर निकाला गया था, जिसमें कहा गया था कि केंद्र की ओर से महाराष्ट्र को हर 1784 मीट्रिक टन, कर्नाटक को 802 मीट्रिक टन, केरल को 99 मीट्रिक टन, उत्तर प्रदेश को 857 मीट्रिक टन और राजस्थान को 265 मीट्रिक टन ऑक्सीजन सप्लाई की जाएगी. वहीं, दिल्ली में भी कोर्ट के ऑर्डर के बाद 700 मीट्रिक टन ऑक्सीजन दिया जा रहा है.
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