नई दिल्ली : संसद में वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) लागू होने के अवसर पर 30 जून को मध्य रात्रि में होने वाली बैठक में कुछ प्रमुख विपक्षी दलों के भाग नहीं लेने के आसार हैं. वाम दलों के सूत्रों ने यह जानकारी दी.


सूत्रों ने दावा किया कि जीएसटी को लागू करने के लिए सरकारी मशीनरी तैयार नहीं है किन्तु सरकार इसे लागू करने के मामले में हड़बड़ी दिखा रही है.

सूत्रों ने कहा, 'विपक्षी दलों में यह मत प्रमुखता से है कि उन्हें बैठक में भाग नहीं लेना चाहिए.' वाममोर्चा के एक नेता ने कहा कि सरकार ने जीएसटी के लिए क्या तैयारियां की हैं.

उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर व्यापारी और अन्य लोग प्रदर्शन कर रहे हैं. सभी वर्ग विरोध कर रहे हैं. जब लोग परेशान हो तो आप इसे मनोरंजन कार्यक्रम में तब्दील नहीं कर सकते हैं. लिहाजा यही सभी विपक्षी दलों की राय है.

सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी पहले ही संकेतों में कह चुके हैं कि उनकी पार्टी ने विशेष बैठक का बहिष्कार नहीं किया किन्तु अपनी पार्टी के सांसदों को व्हिप भी जारी नहीं किया है.

येचुरी ने इस सप्ताह के शुरू में सवाल किया था कि सरकार जीएसटी लागू करने में क्यों जल्दबाजी दिखा रही है. उन्होंने याद दिलाया कि सत्तारूढ़ बीजेपी ने इस कर प्रणाली का विपक्ष में रहने के दौरान विरोध किया था.

तीस जून की मध्य रात्रि को जीएसटी शुरू होने के अवसर पर घंटा बजाया जाएगा. समारोह में प्रमुख वक्ता मोदी होंगे.