नई दिल्ली: 2019 के चुनाव में नरेंद्र मोदी को हराने के लिए पूरा विपक्ष मानो अचानक से एक्शन में आ गया है. गोरखपुर-फूलपुर उपचुनाव में अखिलेश और मायावती ने बीजेपी को क्या हराया, पूरे विपक्ष का मूड बन गया है. यूपी में अखिलेश और मायावती अपने अपने गठबंधन पर काम कर रहे हैं तो ममता बनर्जी ने पूरे विपक्ष को एकजुट करने का बीड़ा उठाया है.

मोदी सरकार को घेरने के लिए विपक्ष, आपसी मतभेद भुलाकर एकजुट होने लगा है. 2019 में लोकसभा चुनाव होना है और इसी को देखते हुए विपक्ष की तैयारी शुरू हो गई है. मोदी और बीजेपी को घेरने के लिए नेता दुश्मनी भुलाकर एक हो रहे हैं. यूपी में मायावती ने अखिलेश से गठबंधन किया है. तो पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी भी विपक्ष को एक जुट करने के लिए आज दिल्ली आ रही हैं. कोशिश तीसरे मोर्चा बनाने की हो रही है.

माया अब अपने बयानों में सपा की बातें कर रही हैं-




- यूपी में मायावती ने अपनी पार्टी के बड़े नेताओं की बैठक बुलाई है. जिसमें गठबंधन के फार्मूले पर कोई फैसला हो सकता है.

- खबर है कि मायावती की अखिलेश के साथ सीटों के बंटवारे के फॉर्मूले पर चर्चा हो चुकी है.

- इस फॉर्मूले के तहत पिछले लोकसभा चुनाव में दूसरे नंबर पर रहने वाली पार्टी को टिकट दिया जा सकता है.




- यूपी में माया और अखिलेश बीजेपी के लिए सिरदर्द बने हुए हैं तो मोदी के खिलाफ तीसरे मोर्चा बनाने की तैयारी भी शुरू हो गई है.

- तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी आज दिल्ली के चार दिन के दौरे पर पहुंच रही हैं.

- ममता बनर्जी बीजेपी के खिलाफ फेडरल फ्रंट बनाने की मुहिम में लगी हुई हैं. वे चंद्रशेखर राव से इसी मुद्दे पर 19 मार्च को मिल चुकी हैं.

- इस फ्रंट के साथ दूसरे दलों को जोड़ने के लिए अब ममता दिल्ली में विपक्षी दलों के साथ मुलाकात करेंगी.

- ममता बनर्जी यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी से मिल सकती हैं. उनकी एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार से भी मुलाकात तय है.