'कांग्रेस के बिना संभव ही नहीं है थर्ड फ्रंट'- मुंबई में शरद पवार
हाल ही में एनसीपी प्रमुख शरद पवार के घर पर हमले की कोशिश की गई थी. हालांकि मुंबई पुलिस का कहना है कि इस मामले में अब तक 15 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है.
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) ने आज मुंबई में अपनी प्रेस कांन्फ्रेंस की है. इस प्रेस कान्फ्रेंस में एनसीपी के पूर्व सांसद माजिद मेमन और एनसीपी चीफ शरद पवार मौजूद थे. इस दौरान एनसीपी चीफ ने देश में तीसरे फ्रंट को लेकर बड़ा बयान दिया है. पवार ने कांग्रेस के बिना थर्ड़ फ्रंट की कल्पना से इंकार कर दिया. उन्होंने कहा कि देश में बिना कांग्रेस के थर्ड फ्रंट की कल्पना करना संभव नहीं है.
आपको बता दें कि इन दिनों महाराष्ट्र की सियासत में खींचतान मंची हुई है. हाल ही में एनसीपी प्रमुख शरद पवार के घर पर हमले की कोशिश की गई थी. हालांकि मुंबई पुलिस का कहना है कि इस मामले में अब तक 15 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. जिनमें से 109 लोगों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. इस हमले से जुड़े मामले में एक पत्रकार को भी गिरफ्तार किया गया है.
कांग्रेस के बिना तीसरा मोर्चा संभव नहीं है: NCP प्रमुख शरद पवार, मुंबई, महाराष्ट्र pic.twitter.com/7xwJgF0jWd
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 13, 2022
एमएसआरटीसी के कर्मचारी कर रहे थे हड़ताल
बता दें कि बीते दिनों महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम (MSRTC) के हड़ताल कर रहे कर्मचारियों के एक समूह ने मुंबई में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के प्रमुख शरद पवार के आवास सिल्वर ओक पर हमला किया था, और उन पर राज्य सरकार द्वारा उनकी मांगों को पूरा करने में रोड़ा बनने का आरोप लगाया था.
इस घटना में सौ से अधिक प्रदर्शनकारी बैरिकेड्स तोड़कर, बोतलें और जूते फेंककर शरद पवार के बंगले के अंदर घुसने की कोशिश करते हुए गेट के अंदर आ गए थे. इस मौके पर एनसीपी प्रमुख की बेटी और लोकसभा सांसद सुप्रिया सुले ने प्रदर्शनकारियों को शांत करने की कोशिश की और शांति की अपील करते हुए उन्हें मनाने की भी कोशिश की थी.
सीएम ठाकरे ने की थी निंदा
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने इस घटना की निंदा करते हुए कहा कि नेताओं और उनके परिवारों को इस तरह निशाना बनाना गलत है. उन्होंने यह भी कहा कि मैंने गृह मंत्री से हमले के साजिशकर्ताओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने को कहा है. सीएम ने यह भी कही कि किसी को भी कानून अपने हाथ में नहीं लेना चाहिए.