भगवान विष्णु का पुण्य स्नान और 5 घंटे तक फ्लाइट्स पर रोक, जानें क्या है तिरुअनंतपुरम एयरपोर्ट का सदियों पुराना रिवाज
Thiruvananthapuram Airport on 23rd October: श्री पद्मनाभ स्वामी मंदिर से भगवान विष्णु की प्रतिमा को निकालकर साल में दो बार समुद्र में पवित्र स्नान के लिए एयरपोर्ट के रनवे से ले जाया जाता है.
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No Flights From Thiruvananthapuram Airport on 23rd October: केरल के मशहूर पद्मनाभ मंदिर से भगवान विष्णु को समुद्र में ले जाकर पवित्र स्नान की सदियों पुरानी परंपरा के मद्देनजर तिरुअनंतपुर हवाई अड्डे पर आगामी 23 अक्टूबर को 5 घंटे के लिए उड़ान रद्द रहेंगी. शाम 4:00 से रात 9:00 तक अस्थाई तौर पर उड़ानों को निलंबित रखा जाना है. इसकी जानकारी सभी एयरलाइंस को दे दी गई है.
न्यूज एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक तिरुअनंतपुरम इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (टीआईएएल) ने एक बयान में कहा कि श्री पद्मनाथस्वामी मंदिर के लिए अल्पासी अरट्टू जुलूस की सुविधा के लिए 23 अक्टूबर को शाम 4:00 बजे से रात 9:00 बजे तक उड़ान सेवाएं निलंबित रहेंगी. इसकी अपडेटेड जानकारी एयरलाइंस के पास उपलब्ध है.
भगवान विष्णु को पवित्र स्नान के लिए ले जाया जाता है समुद्र
मशहूर श्री पद्मनाभ स्वामी मंदिर में सदियों पुरानी परंपरा के अनुसार श्री पद्मनाभस्वामी मंदिर से भगवान विष्णु को पवित्र स्नान के लिए समुद्र में ले जाया जाता है. भगवान विष्णु को स्नान कराने के लिए जाने वाला जुलूस ‘अरट्टू’ एयरपोर्ट के रनवे से ही गुजरता है. यह जुलूस के लिए पारंपरिक मार्ग रहा है.
भगवान विष्णु को साल में 2 बार पवित्र स्नान के लिए शंकुमुघम समुद्र तट पर ले जाया जाता है, जो तिरुवनंतपुरम हवाई अड्डे के ठीक पीछे है. पहला पवित्र स्नान मार्च और अप्रैल के बीच पंगुनी उत्सव के लिए और फिर अक्टूबर और नवंबर में अलपसी मनाने के लिए किया जाता है.
हवाई अड्डे के रनवे से गुजरता है जुलूस
हवाई अड्डा मशहूर पद्मनाभ स्वामी मंदिर की सदियों पुरानी इस परंपरा के लिए हर साल दो बार अपनी उड़ानों के कार्यक्रम में परिवर्तन करता है, जिससे मंदिर का यह जुलूस यहां रनवे के पारंपरिक रास्ते से गुजर सके.
1932 में हवाई अड्डे के बनने के बाद भी यही पारंपरिक रास्ता है. इस परंपरा के लिए हवाई अड्डे को बंद करने की यह प्रथा दशकों से चल रही है. पिछले साल अडाणी समूह द्वारा इस हवाई अड्डे का प्रबंधन अपने हाथ में लेने के बावजूद भी यह रुकी नहीं है.
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