नई दिल्ली: दिल्ली सरकार के आंकड़ों के मुताबिक राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में इस वित्तीय वर्ष में सबसे कम बिजली कटौती हुई. साथ ही इस दौरान पीक पावर डिमांड (बिजली की सबसे अधिक मांग वाला समय) में सबसे ज्यादा बढ़ोतरी भी दर्ज की गई.


एक सरकारी अधिकारी ने बताया कि बिजली कटौती में आई कमी बिजली आपूर्ति और ट्रांसमिशन की प्रक्रियाओं और व्यवस्थाओं में सुधार की ओर इशारा करती है.


आंकड़ों में कहा गया, “0.06 प्रतिशत के साथ दिल्ली ने साल 2017-18 में सबसे कम बिजली कटौती दर्ज की. यह साल 2014-15 के 0.4 प्रतिशत के मुकाबले करीब छह गुणा कम है.”


इसमें बताया गया कि साल 2014-15 से अब तक बिजली कटौती का प्रतिशत लगातार गिर रहा है. साल 2014-15 में 0.4 फीसदी से गिरकर 2015-16 में यह 0.14 फीसदी, साल 2016-17 में 0.1 फीसदी और साल 2017-18 में 0.06 फीसदी तक आ गया है.