Memorial Site For Pranab Mukherjee: कांग्रेस नेता दानिश अली ने बुधवार (8 जनवरी, 2025) को पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के स्मारक के लिए जगह चिन्हित करने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा. दानिश अली ने कहा कि मोदी सरकार ने मौत पर घिनौनी राजनीति करते हुए मनमोहन सिंह के लिए राजघाट स्मारक स्थली पर जगह की समूचे देश की मांग ठुकराते हुए प्रणब मुखर्जी के स्मारक के लिए उसी स्थान पर जमीन दे दी है. यह एक निम्न स्तर की राजनीति है और देश में आर्थिक क्रांति लाने वाले प्रधानमंत्री का घोर अपमान है.


साल 2018 में नागपुर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के एक कार्यक्रम में प्रणब मुखर्जी के शामिल होने वाली बात को याद करते हुए दानिश अली ने कहा, “सरकार का यह फैसला प्रणब मुखर्जी को उनके संघ प्रेम के लिए उपहार भी है. प्रणब मुखर्जी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के नागपुर मुख्यालय में शीश नवा कर संघ संस्थापक हेडगेवार को धर्तिपुत्र की उपाधि से नवाजा था. मुखर्जी ने संसद भवन में सावरकर का चित्र लगवाने में भी अहम भूमिका निभाई थी.


साल 2018 में आरएसएस के कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुखर्जी ने कहा था, "धर्मनिरपेक्षता और समावेशिता हमारे लिए आस्था का विषय है. भारत की राष्ट्रीयता एक भाषा, एक धर्म, एक राष्ट्र नहीं है."


'राष्ट्रीय स्मृति' परिसर में प्रणब मुखर्जी की बनेगी स्मारक


केंद्र सरकार ने बुधवार (8 जनवरी, 2025) को कहा कि उसने 'राष्ट्रीय स्मृति' क्षेत्र परिसर में पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के लिए एक स्मारक स्थापित करने का निर्णय लिया है. सरकार ने पूर्व राष्ट्रपति की बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी को इस निर्णय की जानकारी देते हुए एक पत्र में कहा, "सक्षम प्राधिकारी ने भारत के पूर्व राष्ट्रपति स्वर्गीय प्रणब मुखर्जी की समाधि बनाने के लिए 'राष्ट्रीय स्मृति' परिसर के भीतर एक निर्दिष्ट स्थल को चिह्नित करने को मंजूरी दे दी है."


कांग्रेस के शासन में महत्वपूर्ण मंत्री पद संभाले


कांग्रेस के दिग्गज नेता प्रणब मुखर्जी ने इंदिरा गांधी, राजीव गांधी, पीवी नरसिम्हा राव और डॉ. मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली सरकारों में महत्वपूर्ण मंत्री पद संभाले थे. उन्होंने 2012 से 2017 तक भारत के राष्ट्रपति के रूप में कार्य किया. 31 अगस्त, 2020 को उनका निधन हो गया.


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