(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
सावधान! कुछ इस तरह फ्रॉड कर रहे हैं पेटीएम के नाम पर ठगी
एसपी सिन्हा ने बताया कि, 'मैं रिटायर्ड हूं और अपनी पत्नी के साथ गुरुग्राम में रहता हूं.13 नवंबर को मेरे मोबाइल पर एक एसएमएस आया था.
नई दिल्ली: देशभर में डिजिटल पेमेंट के नाम पर धोखाधड़ी के मामले सामने आ रहे हैं. पिछले कुछ दिनों से पेटीएम इस्तेमाल करने वालों के साथ भी धोखाधड़ी के कई मामले सामने आए हैं. पेटीएम यूजर्स को एक SMS भेजकर यह कहा जाता है कि अगर आपने उस पर रिप्लाई नहीं दिया तो आपका पेटीएम अकाउंट ब्लॉक कर दिया जाएगा. हाल ही में ऐसे ही SMS के शिकार हुए 72 साल के एसपी सिन्हा ने बताया कि कैसे धोखाधड़ी करने वाले लोगों ने उनके पेटीएम अकाउंट से 1 लाख 10 हजार निकाल लिए?
एसपी सिन्हा ने बताया कि, 'मैं रिटायर्ड हूं और अपनी पत्नी के साथ गुरुग्राम में रहता हूं.13 नवंबर को मेरे मोबाइल पर एक एसएमएस आया था. जिसमें लिखा था कि आपके पेटीएम अकाउंट को ब्लॉक कर दिया जाएगा. मैंने उस नंबर पर कॉल किया तो उसने मुझे बोला कि आपके अकाउंट में कुछ गड़बड़ी हुई है, इसलिए उसको दोबारा से जनरेट करना होगा. आप उसमें 10 रुपये डालिए जो मैं रिफंड कर दूंगा. इसके बाद उसने एक ऐप डाउनलोड करने के लिए मुझे कहा. उसने यह भी पूछा कि आप कौन सा फोन इस्तेमाल करते हैं. मैंने बताया कि एप्पल का फोन है, तो उसने बोला कि एप्पल के प्लेस्टोर में जाएंगे तो आप वहां से यह ऐप डाउनलोड कर सकते हैं, फ्री ऑफ कॉस्ट है. मैंने वह ऐप डाउनलोड की और फिर वह मुझे जो जो बोलता गया मैं करता गया. मैन उसे अपना ओटीपी नहीं बताया. वह इतने कॉन्फिडेंस के साथ बात करता था कि मुझे शक नहीं हुआ. उसने कहा कि आपके पास ओटीपी आ रहे होंगे. मैंने कहा आ रहे हैं लेकिन मैं याद नहीं रख पा रहा इसलिए फीड करने पहले ही टाइम आउट हो जाता है. वह सब इतना जल्दी हो रहा था कि मैं शक नहीं कर पा रहा था. इसी बीच मेरे पास मैसेज आया कि मेरे बैंक अकाउंट से 49 हजार रुपये निकल गए हैं. उसने कहा वापस आ जाएंगे किसी तकनीकी खराबी की वजह से ऐसा हुआ है. बाद में पता चला कि मेरे अकाउंट से 1 लाख 10 हजार निकल गए हैं. मैं परेशान हो गया. पुलिस को इसकी शिकायत की'.
एक बात जो मुझे सबसे ज्यादा निराशाजनक लगी कि पुलिस हो या कोई भी अथॉरिटी, सबने धीरे से बस यही कहा कि अब आपका पैसा वापस नहीं मिल पाएगा, जो हुआ उसे भूल जाइए. मैं यहां पर यह भी कहना चाहूंगा कि सरकार एक तरफ डिजिटल इंडिया को बढ़ावा देना चाहती है, वहीं दूसरी तरफ धोखाधड़ी करने वाले लोगों पर शिकंजा नहीं कसा जा रहा है. जब तक सरकार लोगों को सुरक्षा मुहैया नहीं करा पाएगी तब तक कैसे लोग खुद को सुरक्षित समझेंगे. लोगों की गाढ़ी कमाई का पैसा इस तरीके से धोखेबाज लोग निकाल ले जा रहे हैं और सरकार कुछ कर नहीं पा रही है.