यह है भारत की सबसे महंगी सब्जी, एक किलो खरीदने के लिए खर्च करने होंगे 30 हजार रुपये
इस सब्जी में पोष्क तत्वों की भरमार है. इसे खाने से दिल से जुड़ी कोई बीमारी नहीं होती. इसमें पर्याप्त मात्रा में विटामिन-बी, डी, सी और के होता है.
अक्सर सब्जियों के बढ़े दाम चुनाव में बड़ा मुद्दा बनते हैं लेकिन भारत की एक सब्जी ऐसी भी है जिसकी देश दुनिया में भारी मांग है और इसकी कीमत सुनकर आपके होश उड़ जाएंगे. इस सब्जी को एक किलो खरीदने के लिए आपको 30 हजार रुपये खर्च करने होंगे.
30 हजार रुपये देकर भी आप इसका स्वाद आसानी से नहीं ले पाएंगे क्योंकि इसे बनाने में खासी मेहनत लगती है. इस सब्जी को बनाने में ड्राय फ्रूट, सब्जियां और देशी घी का इस्तेमाल होता है.
इस सब्जी का नाम है ‘गुच्छी’. गुच्छी में सब्जी पोष्क तत्वों से भरमार है. इसे खाने से दिल से जुड़ी कोई बीमारी नहीं होती. गुच्छी में पर्याप्त मात्रा में विटामिन-बी, डी, सी और के होता है. दिल की बीमारियों से पीड़ित लोग अगर इसे रोज थोड़ी मात्रा में ले तो उन्हें फायदा होगा.
हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर के पहाड़ों पर गुच्छी उगाई जाती है. कश्मीर में इसे बट्टकुछ कहते हैं. बारिश के सीजन में कई बार ये खुद ही उग जाती हैं. लेकिन अच्छी मात्रा में जमा करने में लोगों को कई महीने लग जाते हैं.
पहाड़ पर बहुत ऊपर जाकर इसे लाना पड़ता है. इसके दाम ज्यादा होने का एक कारण यह भी है. यह कई बार तो पहाड़ पर ऐसे स्थान पर उग जाती है जहां तक जाना बहुत ही मुश्किल होता है. हालांकि, पाकिस्तान के हिंदुकुश पहाड़ों पर भी ये सब्जी उगती है. और पाकिस्तान के लोग भी इसे सुखाकर विदेशों में बेचते हैं.
बाजार में गुच्छी की कीमत 25 से 30 हजार रुपये प्रति किलो है. गुच्छी का मांग न सिर्फ भारत बल्कि विदेशों में भी बहुत जारी है. अमेरिकी, यूरोप, फ्रांस, इटली और स्विट्जरलैंड के लोग कुल्लू की गुच्छी को बहुत ज्यादा पसंद करते हैं.
गुच्छी को हिमालय के पहाड़ों से लाकर पहले सुखाया जाता है और बाद में बाजार में लाया जाता है. इसमें अलग-अलग क्वालिटी की सब्जी आती है.
गुच्छी का वैज्ञानिक नाम मार्कुला एस्क्यूपलेंटा है. इसे मोरेल्स भी कहते हैं. इसे स्पंज मशरूम भी कहा जाता है. यह मशरूम की ही एक प्रजाति मॉर्शेला फैमिली से संबंध रखता है. प्राकृतिक रूप से जंगलों में उगने वाली गुच्छी फरवरी से लेकर अप्रैल के बीच मिलती है. यह भी पढ़ें:
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