नई दिल्ली: आज ही के दिन पुलवामा हमला हुआ था और 40 जवानों ने अपनी जान गंवाई थी. आज एक साल बाद पूरा देश पुलवामा शहीदों को याद कर रहा है लेकिन एक शख्स ऐसा भी है जिसने सभी पुलवामा शहीदों के घरों से मिट्टी जमा की है और अब इसे स्मारक में रखा जा रहा है.


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आपको बता दें कि कश्मीर के लेथपोरा स्थित सीआरपीएफ कैंप में शहीदों के लिए श्रद्धांजलि सभा आयोजित की गई है. इस सभा में उमेश गोपीनाथ जाधव भी पहुंचे हैं जो फौज में तो नहीं हैं लेकिन पुलवामा अटैक ने उन्हें झकझोर कर रख दिया था और उन्होंने ठान लिया था कि शहीदों के सम्मान के लिए वे कुछ करेंगे.


जाधव ने कही ये बात


उन्होंने शहीदों के घरों से मिट्टी जमा करना शुरू कर दिया. उन्होंने कहा कि मैं शहीदों के परिजनों से मिला, उनकी दुआएं लीं, उनके घरों और शमशान से मिट्टी ली, लोगों ने अपने बेटे, पति, भाई, दोस्त को खो दिया ये बेहद दुख की बात है.





उमेश म्यूजिशियन हैं और एक म्यूजिक कॉन्सर्ट के बाद अपने घर वापस लौट रहे थे. जब वो जयपुर एयरपोर्ट पर थे तब उन्होंने सीआरपीएफ काफिले पर हुए हमले की खबर टीवी पर देखी. तभी उन्होंने कुछ करने का फैसला कर लिया था.


61 हजार किलोमीटर की यात्रा


उन्होंने शहीदों के घरों से मिट्टी जमा करने का फैसला किया. इसके लिए उन्होंने भारत में 61 हजार किलोमीटर की यात्रा की. उन्होंने कहा कि ये तीर्थ यात्रा जैसा था. इन अस्थि कलश में हर जवान के घर की मिट्टी है.





उन्होंने कहा कि कई जवानों के परिवारों को तलाश करने में मुश्किल हुई थी लेकिन हर मुश्किल पार हो गई और अब सभी 40 जवानों के घर की मिट्टी मिल चुकी है.


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वे होटल का खर्चा नहीं उठा पाते थे और इसलिए वो कार में सोते थे. जम्मू कश्मीर जोन के स्पेशल डीजी जुल्फिकार हसन ने बताया कि जाधव के काम को पहचान देने के लिए उन्हें श्रद्धांजलि सभा में बुलाया गया है. जाधव की पत्नी और बच्चों को भी उन पर गर्व है.