Farooq Abdullah on SCO Summit: शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) में शामिल होने के लिए भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर पाकिस्तान गए हैं, जिसे लेकर फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि उन्हें खुशी है कि विदेश मंत्री पाकिस्तान गए. उम्मीद है कि दोनों देश नया अध्याय शुरू करेंगे. बंटवारे से पहले भारत और पाकिस्तान एक ही थे. 


फारूक अब्दुल्ला के अनुसार, “मुझे नहीं लगता कि दीवार टूट जाएगी, लेकिन एक नया अध्याय जरूर शुरू होगा. जरूर शुरू होगा. इस नफरत के कारण पाकिस्तान के हिंदुओं को दिक्कत होती है और भारत के मुसलमानों को दिक्कत होती है. 


पाक पीएम के साथ डिनर करेंगे एस जयशंकर


भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर शंघाई सहयोग संगठन सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए 15 अक्टूबर को पाकिस्तान पहुंचे. पिछले कई सालों से भारत-पाकिस्तान के बीच संबंध काफी तनावपूर्ण रहे हैं और इस बीच भारतीय विदेश मंत्री की पाकिस्तान के लिए पहली उच्च स्तरीय यात्रा होगी. पाकिस्तान पहुंचने के बाद एससीओ सदस्य देशों के स्वागत के लिए पाकिस्तानी पीएम शाहबाज शरीफ रात्रिभोज की मेजबानी करेंगे


नौ साल पहले सुषमा स्वराज गईं थीं पाकिस्तान


नौ सालों में यह पहली बार हो रहा है जब भारत का विदेश मंत्री पाकिस्तान की यात्रा कर रहा है. कहा जा रहा है कि एस जयशंकर पाकिस्तान में 24 घंटे से भी कम समय रुकने वाले हैं. दिवंगत नेता और तत्कालीन विदेश मंत्री सुषमा स्वराज आखिरी विदेश मंत्री थीं, जिन्होंने पाकिस्तान की यात्रा की थी. उन्हें अफगानिस्तान को लेकर एक सम्मेलन में हिस्सा लेना था, जिसके लिए दिसंबर 2015 में वह इस्लामाबाद पहुंची थीं. 


सम्मेलन को लेकर क्या बोले नवाज शरीफ?


एससीओ शिखर सम्मेलन के बीच भारत के साथ रिश्तों को लेकर पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने कहा कि अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इस सम्मेलन में शामिल होने के लिए पाकिस्तान आते तो अच्छा होता. पत्रकार बरखा दत्त को दिए इंटरव्यू में नवाज शरीफ ने कहा कि वह शुरू से ही भारत के साथ अच्छे संबंधों का समर्थन करते रहे हैं. उम्मीद है कि दोनों देशों के बीच रिश्ते फिर से अच्छे होंगे और आने वाले समय में पीएम मोदी के साथ बैठकर बातचीत करने का मौका मिलेगा.


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